गुजरात : नाव विवाद के कारण उत्तर वाहिनी परिक्रमा करने वाले भक्त फंसे

मानव श्रृंखला समान पानी में चलकर नर्मदा पार की 

गुजरात : नाव विवाद के कारण उत्तर वाहिनी परिक्रमा करने वाले भक्त फंसे

वडोदरा के एक श्रद्धालु ने मामलातदार को फोन किया

चैत्र मास उत्तर वाहिनी नर्मदा की परिक्रमा की महिमा होती है। नर्मदा नदी पार कराने का ठेका लेने वाले नाव के ठेकेदार और नाव संचालकों के बीच विवाद के चलते नाव को रात्रि 1:00 बजे से बंद कर देने से उत्तर वाहिनी परिक्रमा करने पहुंचे करीब 25 से 30 हजार श्रद्धालु फंस गये। मानव श्रृंखला बनाकर पानी के माध्यम से नर्मदा नदी को पार की।

चैत्र मास में उत्तरवाहिनी नर्मदा की परिक्रमा करने की महिमा

चैत्र मास में उत्तरवाहिनी नर्मदा की परिक्रमा करने की महिमा है। गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के असंख्य श्रद्धालु उत्तर वाहिनी परिक्रमा करने के लिए नर्मदा जिले के रामपुरा गाँव से  शुरु कर नर्मदा नदी को नाव से पार कर रामपुरा तक पहुँचते हैं। जहां रामपुरा से मध्यरात्रि या अहले सुबह उत्तर वाहिनी परिक्रमा करते करते नर्मदा तट पर पहुंचे थे। जहां नाव अचानक बंद होने से श्रद्धालुओं ने जब नाव बंद होने का कारण जानना चाहा तो पता चला कि ठेकेदार व नाव चलाने वाले के बीच आंतरिक विवाद के चलते नाव सेवा बंद कर दी, जिससे नर्मदा नदी के तट पर करीब 25 से 30 हजार श्रद्धालुओं की भीड़ लग गई। सुबह होने पर भक्त नाव चलने का इंतजार करते रहे, लेकिन जब नाव शुरू नहीं हुई तो उन लोगों को नदी के कीचड़ भरे पानी से होते हुए तिलकवाड़ा की ओर जाने को मजबूर होना पड़ा। मौजूदा अपर्याप्त सुविधाएं होने से श्रद्धालुओं ने प्रशासन के प्रति रोष प्रकट किया। 

त्तर वाहिनी परिक्रमा प्रत्येक वर्ष चैत्री माह में की जाती है

इस संबंध में जानकीदास बापू ने बताया कि उत्तर वाहिनी परिक्रमा प्रत्येक वर्ष चैत्री माह में की जाती है, जिसमें प्रतिदिन अनगिनत श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं, पिछले दो तीन वर्षों से दो स्थलों पर पुल बनाने के लिए प्रशासन को लिखित प्रार्थना पत्र दिया है। जब तक ब्रिज नहीं बन जा रहा है तब तक  नावों की संख्या बढ़ा देनी चाहिए ताकि भावी भक्तों को लंबा इंतजार न करना पड़े।

नाव बंद होने के कारण लोगों को परेशानी हो रही है

सूरत के एक डॉक्टर ने कहा कि वह आज अपने परिवार के साथ नर्मदा नदी की परिक्रमा करने आए थे, लेकिन नाव बंद होने के कारण लोगों को परेशानी हो रही है, ऐसे में और नाव लगाई जाएं और अगले साल तक दो पुल बन जाएं।

मामलतदार को फोन कर उन्हें और नाव उपलब्ध कराने के लिए कहा

वडोदरा निगम के सेवानिवृत्त अधिकारी गांगेरा ने कहा कि जब वह नर्मदा तट पर पहुंचे तो उन्हें पता चला कि नाव वालों के बीच विवाद हो गया है और इस बारे में पता करने के लिए उन्होंने क्षेत्र के मामलतदार को फोन कर उन्हें और नाव उपलब्ध कराने के लिए कहा तो मामलतदार ने कहा कि तुम्हें किसने बुलाया है, तुम हमारे बारात में आये हो कि तुम्हें सुविधाएं उपलब्ध कराएं।

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