सूरत :   गुजरात हाउसिंग बोर्ड के मकान 5 साल से बनकर तैयार, लेकिन लाभार्थी लाभ से वंचित 

कब मिलेगा सपनों का घर? बोर्ड अधिकारियों को ज्ञापन पेश किया गया

सूरत :   गुजरात हाउसिंग बोर्ड के मकान 5 साल से बनकर तैयार, लेकिन लाभार्थी लाभ से वंचित 

गरीबों और मध्यम वर्ग के लिए गुजरात हाउसिंग बोर्ड के आवास, अलॉटमेंट में विलंब

सूरत के जहांगीराबाद क्षेत्र में वर्ष 2016-17 में हितग्राहियों को आवंटित फ्लैटों का कब्जा 5 वर्ष बाद भी नहीं मिला। जिससे हितग्राहियों में काफी रोष है। इस मामले में आज हितग्राहियों ने एक साथ आकर गुजरात हाउसिंग बोर्ड के समक्ष अपनी बात रखी है।

आवंटन को लेकर अधिकारी ठीक से जवाब नहीं देते

गुजरात हाउसिंग बोर्ड ने जहांगीराबाद वीर सावरकर के बगल में वर्ष 2016-17 में मकान (फ्लैट) आवंटित किए हैं। हितग्राहियों के अनुसार आवासन मंडल के नियमानुसार वर्ष 2022 के दौरान हितग्राहियों को मकान देने की घोषणा की गयी थी।साल 2023 शुरू हो गया है और तीन महीने बीत जाने के बाद भी हितग्राहियों को मकान का कब्जा नहीं दिया गया है। हितग्राहियों का यह भी आरोप है कि इस संबंध में अभ्यावेदन देने के बावजूद कोई उचित जवाब नहीं मिल रहा है।

अपना घर होते हुए भी किराया देने का समय आ गया है : लाभार्थी

इस संबंध में हितग्राही गणेशभाई ने बताया कि वर्ष 2023 की शुरुआत हो जाने के बाद भी मकान का कब्जा नहीं दिया। इसको लेकर हमें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हमने गुजरात हाउसिंग बोर्ड के अधिकारियों को इस संबंध में कई अभ्यावेदन दिए हैं, लेकिन हमें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिल रहा है। हितग्राहियों को मकान का कब्जा नहीं मिलने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लड़कों के स्कूल प्रवेश को लेकर समस्या है। वे लंबे समय से किराया दे रहे हैं और उन्हें किराए का मकान खाली करना पड़ रहा है।  गुजरात हाउसिंग बोर्ड के नियमानुसार हमने सब्सिडी प्राप्त करने के लिए आवेदन पत्र भी जमा कर दिया है।

Tags: Surat