कनाडा में खालिस्तानी समर्थकों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा को पहुँचाया नुकसान

उत्तरी अमेरिका में मंदिरों और प्रतिष्ठानों पर बढ़ रहे हैं भारत विरोधी हमले

कनाडा में खालिस्तानी समर्थकों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा को पहुँचाया नुकसान

अमेरिका समेत दुनिया के अलग-अलग देशों में चल रहा खालिस्तानी आंदोलन भारत के लिए खतरा बना हुआ है। कनाडा में हाल की बर्बरता की घटनाओं से यह स्पष्ट है कि किस प्रकार विदेशों में भारतीय सभ्यता और संस्कृति को नुकसान पहुँचाया जा रहा है। अब एक कायरतापूर्ण कृत्य में, भारत-विरोधी तत्वों ने ओंटारियो के हैमिल्टन शहर में स्थापित महात्मा गांधी की एक प्रतिमा पर स्प्रे-पेंट द्वारा अश्लील और अनर्गल चित्र अंकित किया है। भारत सरकार द्वारा उपहार में दी गई छह फुट ऊंची कांस्य प्रतिमा को भी खालिस्तानी झंडे से सजाया गया था और महात्मा गांधी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर अपमानजनक नारों का उपयोग किया गया।

अमेरिका-कनाडा में लगातार हो रही हैं ऐसी घटनाएँ

आपको बता दें कि फिलहाल हैमिल्टन पुलिस मामले की जांच कर रही है, लेकिन यह हमला उत्तरी अमेरिका में भारतीय प्रतिष्ठानों और मंदिरों को निशाना बनाकर की गई घटनाओं की श्रृंखला में से एक है। पिछले साल, पूरे कनाडा में हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़, इसी तरह से अनर्गल चित्रों को अंकित करना, आगजनी और सेंधमारी की करीब आधा दर्जन घटनाएं हुई हैं।

सरकार से इन मामलों को गंभीरता से लेने की मांग

ध्यान देने वाली बात है कि जनवरी में, ब्रैम्पटन में गौरी शंकर मंदिर में भारत विरोधी नारों के साथ असामजिक घटनाएँ घटित हुई थी। इसके बाद फरवरी में मिसिसॉगा में राम मंदिर पर हमला किया गया और पिछले साल जुलाई में रिचमंड हिल में विष्णु मंदिर में स्थित महात्मा गांधी की मूर्ति को खंडित कर दिया गया। भारतीय मूल के सांसद चंद्र आर्य ने ओटावा सरकार से इन घटनाओं को गंभीरता से लेने और कनाडा में भारतीय समुदाय की सुरक्षा के लिए कार्रवाई शुरू करने का आह्वान किया है।