पावागढ़ : अब से छिले हुए नारियल को मंदिर के अंदर नहीं ले जा सकेंगे भक्तगण, व्यापारियों के लिए भी ऐसे नारियल बेचना प्रतिबंधित

पावागढ़ : अब से छिले हुए नारियल को मंदिर के अंदर नहीं ले जा सकेंगे भक्तगण, व्यापारियों के लिए भी ऐसे नारियल बेचना प्रतिबंधित

20 मार्च से लागू होगा नियम, मंदिर के ट्रस्टियों की ओर से लिया गया यह फैसला साफ-सफाई को लेकर लिया गया

राज्य के सबसे पवित्र तीर्थ स्थलों में से एक पावागढ़ मंदिर के ट्रस्टियों ने एक बड़ा फैसला लिया है। पावागढ़ स्थित महाकाली माताजी के मंदिर में अब कोई भी नारियल को छीलकर मंदिर में नहीं ले जा सकता। इस मंदिर के ट्रस्ट ने भक्तों के लिए माताजी को बिना खोल के पूरा नारियल ले जाने का फैसला किया है। मंदिर के ट्रस्टियों की ओर से लिया गया यह फैसला साफ-सफाई को लेकर लिया गया है।

मंदिर के पास के नहीं बिकेंगे छिले हुए नारियल

आपको बता दें कि गुजरात के प्रसिद्ध तीर्थ स्थानों में से एक पावागढ़ माताजी मंदिर में हर दिन हजारों भक्त जाते हैं। ये भक्त माताजी को प्रसादी के रूप में नारियल, चुंदरी चढ़ाते हैं। आज मंदिर के ट्रस्ट द्वारा निर्णय लिया गया है कि अब से भक्तों को एक पूरा कच्चा नारियल मंदिर के अंदर ले जनके की अनुमति होगी और फिर पुरे नारियल को अपने साथ घर ले जाना होगा। इसके अलावा मंदिर के पास व्यापारियों को भी छिले हुए नारियल बेचने पर रोक लगा दी गई है। नारियल का छिलका पाए जाने पर किसी भी व्यापारी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी और  व्यापारी पर जुर्माना लगाया जाएगा। मंदिर के ट्रस्टियों ने साफ-सफाई को लेकर यह फैसला लिया है। यह नियम 20 मार्च से लागू होगा।

व्यापारियों व श्रद्धालुओं में रोष

गौरतलब है कि पावागढ़ मंदिर के ट्रस्टी द्वारा लिए गए इस फैसले से तमाम श्रद्धालुओं और स्थानीय व्यापारियों में नाराजगी है। इस नए नियम से स्थानीय व्यापारियों में रोष है। यह फैसला एक हप्ते के अंदर ही लागू होने जा रहा है।