सूरत  : सरकारी वाहन में शराब की तस्करी, क्लास-1 अफसर की कार से जब्त शराब

सरकारी बोलेरो गाड़ी में छिपाकर रखी थी शराब

सूरत  : सरकारी वाहन में शराब की तस्करी, क्लास-1 अफसर की कार से जब्त शराब

कार रिपेयर के बहाने आउटसोर्स चालक कर रहे अधिकारियों की कार में शराब की तस्करी

सूरत शहर में एक सरकारी गाड़ी में शराब की तस्करी पकड़ी गई है। एक क्लास वन सरकारी अधिकारी के वाहन में शराब की तस्करी की गई थी। इसमें खुलासा हुआ है कि इस शराब की हेराफेरी आउटसोर्स चालक कर रहे हैं। पुलिस ने गुजरात सरकार की एक बोलेरो और एक निजि स्विफ्ट कार से 25,000 से अधिक की शराब जब्त की। रांदेर पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई की है।

दोनों कारों को सिर्फ शराब बेचने के लिए खड़ा किया गया था

शराब की मात्रा की सूचना मिलने पर रांदेर पुलिस कर्मी गश्त पर थे। जिसके चलते पुलिस ने मोराभगल हनुमान टेकरी के सामने गुजरात सरकार की सायरन से लैस एक बोलेरो और एक स्विफ्ट कार जब्त की। ये दोनों कारें सिर्फ शराब बेचने के लिए खड़ी थीं।

25 हजार रुपए की शराब जब्त की गई

पुलिस ने कार की घेराबंदी कर जांच की तो बोलेरो कार की सीट के पास चार पेटियों में 24 बोतल शराब बरामद हुई। इसके साथ ही 24 बीयर की बोतलें मिलीं। जबकि स्विफ्ट कार से एक पेटी में 12 बोतल शराब मिली। इस तरह पुलिस ने 25 हजार से अधिक की शराब जब्त की। शराब और कार मिलाकर पुलिस ने कुल 8.25 लाख रुपये का मालसामान जब्त किया।

Story-12032023-B13
इस सरकारी गाडी में हो रही थी शराब की तस्करी

 

अधिकारियों को कार की मरम्मत का झुठा बहाना बताते थे

पुलिस ने रेनीश निजारभाई वटसरिया, राहुल निजारभाई वटसरिया और साजिद बदरुद्दीन हजियानी को गिरफ्तार किया। जबकि शराब सप्लायर धनराज प्राण पामेला को वांछित घोषित किया गया है। आर.पी. झाला (एसीपी) ने बताया कि इन दोनों वाहनों में आऊटसोर्स चालकों की ड्यूटी है। इसी कार में दमन से शराब लाते थे। शराब लाने के लिए वे अधिकारियों को कहते रहे थे कि मरम्मत के लिए कार गैरेज में रखनी है। इस लिए हम कार के साथ गैरेज में जाते हैं। उसके बाद कार का शराब के हेरफेर के लिए इस्तेमाल किया जाता था।

पहली बार हेराफेरी की और पकड़े गए

पुलिस अधिकारी ने आगे कहा की बोलेरो गाड़ी सरकारी गाड़ी है। जबकि स्विफ्ट कार के आगे और पीछे दोनों तरफ गुजरात सरकार लिखा हुआ था। दमन से शराब लाकर किसने सूरत में बेची इसकी जांच की जा रही है। इन वाहनों के बारे में प्राथमिक जानकारी यह है कि इन वाहनों का प्रयोग अपर कलेक्टर, डिप्टी कलेक्टर एवं मुख्य अधिकारी कर रहे थे। 

Tags: Surat