सूरत :  अणुव्रत अनुशास्ता के सानिध्य में अणुव्रत अमृत महोत्सव का आगाज 21 फरवरी से

सूरत :  अणुव्रत अनुशास्ता के सानिध्य में अणुव्रत अमृत महोत्सव का आगाज 21 फरवरी से

अणुव्रत अमृत महोत्सव 21 फरवरी 2023 से लेकर 12 मार्च 2024 तक चलेगा 

अणुव्रत अनुशास्ता  के सानिध्य में अमृत महोत्सव का शुभारंभ 21 फरवरी 2023 को देशभर में किया जा रहा है। सूरत में इसकी शुरुआत उधना क्षेत्र स्थित आचार्य तुलसी द्वार से मंगलवार को सुबह किया जाएगा। यहां से रैली प्रारंभ होकर मेन रोड उधना गांव होते हुए विविध मार्गो से गुजरते हुए तेरापंथ भवन उधना में एक सभा में परिवर्तित हो जाएगी।

आचार्य श्री तुलसी ने राजस्थान के सरदारशहर से अणुव्रत आंदोलन का प्रवर्तन किया था

अणुव्रत अमृत महोत्सव की जानकारी देते हुए आचार्य महाश्रमण जी के शुशिष्य मुनि मोहजीत कुमार ने कहा कि जन-जन में माननीय मूल्यों को प्रतिस्थापित करने के पवित्र उद्देश्य से फाल्गुन शुक्ला द्वीतीया 1 मार्च 1949 को भारत के महान संत आचार्य श्री तुलसी ने राजस्थान के सरदारशहर से अणुव्रत आंदोलन का प्रवर्तन किया था। इन 75 वर्षों में अणुव्रत आंदोलन को आचार्य तुलसी, आचार्य महाप्रज्ञ व वर्तमान में आचार्य महाश्रमण जैसे तपस्वी संत महात्माओं का अनुशास्ता रूप में आध्यात्मिक मार्गदर्शन मिलता रहा है। मुनि श्री जी ने कहा कि मानव के भीतर शुभ एवं अशुभ संस्कार भी होते हैं। जब अशुभ संस्कार उभर जातें हैं और शुभ संस्कार निस्तेज हो जाते हैं तब आदमी हिंसा, असंयम और अपराध में प्रवृत्त हो जाता है तथा जब अशुभ संस्कार कमजोर पड़ते हैं एवं शुभ  संस्कार बलवान बनते हैं तब आदमी अहिंसक संयमी और सदाचारी बन जाता है।

व्यक्ति सुधरेगा तो समाज सुधरेगा

मुनिश्री ने कहा कि अणुव्रत अमृत महोत्सव के दौरान वर्ष भर तक यात्रा के माध्यम से अहिंसा, नैतिक मूल्यों का जतन, नशामुक्ति, पर्यावरण संरक्षण एवं मानवी मूल्यों की रक्षा हेतु कार्यक्रम किेये जाएगे। व्यक्ति सुधरेगा तो समाज सुधरेगा और समाज के सुधरने एवं समृद्ध होने से राष्ट्र मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि राजनीतिक शुद्धि के लिए मतदाताओं को नशामुक्त एवं चरित्रवान व्यक्ति को मतदान करने की अपील करेंगे। 

आजाद भारत वासियों के लिए नैतिक एवं मानवीय मूल्यों को हर व्यक्ति जीवन में उतारने का प्रयास करें

मुनिश्री ने कहा कि इस आन्दोलन के प्रवर्तक आचार्य तुलसी ने कहा था- आजाद भारत वासियों के लिए नैतिक एवं मानवीय मूल्यों को हर व्यक्ति जीवन में उतारने का प्रयास करें। तब से अब तक इन मूल्यों के प्रचार प्रसार के लिए विभिन्न आयामी प्रकल्पों का आयोजन किया जाता है है।  अहिंसा, नशा मुक्ति इस आन्दोलन का मूल उद्देश्य है। इसी से व्यक्ति धर्म और आध्यात्म को जीवन का आधार बना सकता है। 

अहिंसा, नशा मुक्ति इस आन्दोलन का मूल उद्देश्य है

अणुव्रत समिति ग्रेटर सूरत के अध्यक्ष विजयकांत खटेड व कार्यक्रम सयोजक संजय बोथरा ने आगामी कार्यक्रम की जानकारी दी। इस अवसर पर मंत्री सुनील श्रीश्रीमाल, कोषाध्यक्ष जितेन्द्र छाजेड़, सह संयोजक रतनलाल भलावत आदि उपस्थित रहे।

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