सूरत :  हजीरा व अन्य उद्योगों को टर्शरी ट्रिटेड पानी से होगी 750 करोड़ की वार्षिक आय : परेश पटेल

सूरत :  हजीरा व अन्य उद्योगों को टर्शरी ट्रिटेड पानी से होगी 750 करोड़ की वार्षिक आय : परेश पटेल

सूरत को लंबे समय तक नंबर 1 के पद से कोई रोक नही पायेगा इस प्रकार का बजट में प्रावधान

सूरत नगर निगत का 7848 करोड़ का बजट पेश करने वाले स्टैंडिंग कमेटी के अध्यक्ष परेश पटेल ने बताया कि नगर पालिका के बजट की आमसभा में अब तक सत्ता पक्ष के 35 सदस्यों और विपक्ष के 13 सदस्यों ने बजट पर अपना वोट पेश किया है। कुछ सालों पहले किए गए सर्वे के अनुसार सूरत विश्व में फास्टेस्ट ग्रोईग फोर्थ सीटी था अगर आज के समय में कोई एजेन्सी सर्वे करती है तो सूरत वर्ल्ड में फास्टेस्ट ग्रोईंग फर्स्ट सीटी निसंदेह है। शासको ने शहरवासियों के स्वास्थ, सुविधाओं को आगामी कई सालों तक नंबर वन बनाए रखने के आयोजन के साथ बजट में कई विकासलक्षी प्रावधान किए गए है।

परिवहन की बात करते हुए उन्होंने कहा कि नगर निगम के सार्वजनिक परिवहन में नगर निगम की बसें नहीं हैं और एजेंसी बसों का आवंटन करती है। 2025 तक सूरत शहर में 100 फीसदी इलेक्ट्रिक बसें होंगी। 17-11-2025 तक डीजल से चलने वाली कोई बस नहीं दिखेगी। बस एक साल में 70 हजार किलोमीटर चलेगी और सब्सिडी के साथ एक दिन का 1719 रुपये यानी एक साल में छह लाख रुपये का चार्ज एजेन्सी को चुकाया जायेगा।  इस साल के अंत तक 600 ई-बसें सड़कों पर दौड़ने लगेंगी।

सूरत में डामर की सड़कें बनने के बाद दो साल तक चलती हैं और 24 मीटर से अधिक चौड़ी सड़कों को अब सीसी सड़क बनाने की योजना है। इसके अलावा सोसायटी की सड़कों को भी सीसी रोड बनाने की योजना है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि सूरत शहर में फिलहाल 118 पुल हैं, आने वाले दिनों में नौ नए पुल खोले जाएंगे और 18 पुल बनाने की योजना है। इसलिए आने वाले दिनों में सूरत शहर में 141 पुल होंगे।

उन्होंने कहा कि विकास के अलावा बजट में संतुलन बहुत जरूरी है। इसलिए अगले पांच साल में 45 हजार करोड़ से ज्यादा के विकास की योजना पर काम चल रहा है। मेट्रो का पहला चरण मार्च 2024 में और मेट्रो का दूसरा चरण दिसंबर 2024 में पूरा होगा सूरतवासियों को मेट्रो का लाभ 2025 में मिलेगा।

नगर निगम के राजस्व में वृद्धि के लिए स्थायी अध्यक्ष ने कहा कि पीपीपी मोड पर सिर्फ ठेका किया जाता है जमीन की बिक्री नहीं की जाती है। नागरिकों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए अब पीपीपी मॉडल पर जोर दिया जाएगा। नगर निगम के क्षेत्र में वृद्धि के साथ कर्मचारियों की संख्या में वृद्धि संभव नहीं है क्योंकि यदि कर्मचारियों की संख्या में वृद्धि की जाती है तो विकास कार्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।

टर्शरी ट्रीटमेन्ट वोटर प्लान्ट के माध्यम से हजीरा में एक कंपनी को 330 एमएलडी पानी उपलब्ध कराकर नगर पालिका के लिए राजस्व का बड़ा जरिया बनाया जाएगा। इसके अलावा यदि हम अन्य क्षेत्रों में उद्योग की मांग को पूरा कर सकें तो हमें 720 करोड़ की वार्षिक आय प्राप्त हो सकती है।

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