सूरत : 181 महिला हेल्पलाइन ने श्रमजीवी महिला को फिर से कंपनी में नौकरी दिलाई

सूरत : 181 महिला हेल्पलाइन ने श्रमजीवी महिला को फिर से कंपनी में नौकरी दिलाई

अभयम की बचाव टीम तुरंत कंपनी पहुंची और प्रबंधक से पूछताछ की

सूरत की एक श्रमजीवी महिला ने 181 महिला हेल्पलाइन पर कॉल कर कहा कि वह संचा खाता 8 साल से काम करती है, वे सुबह और रात दोनों शिफ्ट में काम करती है। दो दिन पहले कंपनी में काम करने वाले युवक ने उसके साथ छेड़छाड़ की, अपशभ्द भी कहा, जिससे वह रोने लगी। संचा खाते में उसकी छोटी बहन भी काम करती है, उसे उसका पति छोड़ने आया तो उसने श्रमजीवी महिला को रोते देखा तो पूछा क्या बात है। उसने सारी हकीकत बात बता दी। जिससे महिला के जीजा तथा छेढ़खानी करने वाले के बीच झगड़ा हुआ था। इस दरम्यान किसी ने 100 नंबर पर फोन कर फोन कर दिया, जिससे पुलिस की गाड़ी आ गई। लेकिन महिला ने कहा कि उसे केस नही करना है। इसलिए समस्या हल हो गई। 

महिला को उसके मैनेजर ने बुलाया, उसकी तनख्वाह दी और उसे एक महीने की छुट्टी पर जाने को कहा

महिला को उसके मैनेजर ने बुलाया, उसकी तनख्वाह दी और उसे एक महीने की छुट्टी पर जाने को कहा। जब महिला पुनः काम पर गई तो मौनेजर ने उसे निकाल दिया। मैनेजर के इस कदम के बाद महिला ने 181 महिला हेल्प लाइन को जानकारी दी। अभयम रेस्क्यू टीम ने कंपनी में मैनेजर के सामने प्रभावी प्रेजेंटेशन दिया और काफी मशक्कत के बाद श्रमजीवी महिला को नौकरी पर बहाल कर दिया गया।  ईवी महिला ने अभयम टीम का बहुत धन्यवाद किया।

महिला ने अभयम की मदद के लिए आभार जताया

मिली जानकारी के अनुसार संचा खाता में काम करने वाली महिला ने कहा कि उन्हें काम की सख्त जरूरत है, वे अकेले कमाने वाली हैं और उन पर भारी कर्ज है। इसलिए, मैनेजर ने बिना कोई कारण बताए काम पर आने से मना कर दिया और सुरक्षा गार्ड ने उन्हें कंपनी में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी, इसलिए उन्होंने मदद के लिए 181 महिला हेल्पलाइन पर संपर्क किया। अभयम की बचाव टीम तुरंत कंपनी पहुंची और प्रबंधक से पूछताछ की और इस तरह से किसी कर्मचारी को परेशान करना कंपनी अधिनियम के तहत अपराध है। महिला ने अभयम की मदद के लिए आभार जताया। 

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