इस महिला के साथ जो हुआ वो सुनकर सिहर जायेंगे आप, पहले डॉक्टर ने चुरा ली दोनों किडनी फिर पति भी तीनों बच्चे छोड़कर भागा

इस महिला के साथ जो हुआ वो सुनकर सिहर जायेंगे आप, पहले डॉक्टर ने चुरा ली दोनों किडनी फिर पति भी तीनों बच्चे छोड़कर भागा

बिहार के मुजफ्फरपुर की घटना

बिहार के मुजफ्फरपुर से 3 बच्चों की 38 वर्षीय मां के साथ एक दर्दनाक हादसा हुआ है। जिस नर्सिंग होम पर यह महिला विश्वास करती थी, उसी नर्सिंग होम से दो किडनी चोरी हो गई। इससे महिला और उसके तीन बच्चों की हालत गंभीर हो गई है। इतना ही नहीं इस बुरे वक्त में महिला का पति भी बच्चों को महिला के पास छोड़कर भाग गया है। महिला का कहना है ‘मैं अपने तीनों बच्चों को मजदूरी कर पाल रही हूं। फिलहाल अस्पताल में भर्ती हूं और मौत के दिन गिन रही हूं। पता नहीं, कितने दिन और जीना बाकी है! हालांकि मेरी गलती है, मेरे बाद इन बच्चों का क्या होगा, ये कैसे जियेंगे?”

जानिए क्या है पूरा मामला

आपको बता दें कि हम जिस महिला की बात कर रहे हैं उस महिला का नाम सुनीला है और वो तीन बच्चों की माँ है। बिहार के मुजफ्फरपुर के एक अस्पताल में भर्ती सुनीला ये चौंकाने वाले सवाल पूछकर वह रो पड़ीं। सुनीता के गर्भाशय में संक्रमण होने के कारण वह इलाज के लिए नर्सिंग होम गई थी। यहां डॉक्टरों ने उसकी दोनों किडनी निकाल दी और फरार हो गए। अब सुनीता का इलाज मुजफ्फरपुर के एसके मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। इस महिला की हालत दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है। उन्हें हर दो दिन में डायलिसिस कराना पड़ता है। कई लोग किडनी डोनेट करने के लिए आगे आए, लेकिन किडनी मिसमैच होने के कारण ट्रांसप्लांट नहीं हो सका।

मेरे बाद इन बच्चों का क्या होगा? पति ने भी छोड़ा साथ

सुनीता के तीनों बच्चे मासूम आंखों से अपनी मां की हालत देखते रहते हैं। जब कोई सुनीता से मिलने आता है तो वह उनसे पूछती है कि  इन बच्चों का क्या कसूर है? उनके बाद बच्चों का क्या होगा? बता दें कि कुछ दिन पहले तक सुनीता के पति अकलू राम भी उसके साथ थे। वह एक किडनी दान करने के लिए भी तैयार थे, हालांकि उनकी किडनी मैच नहीं कर रही थी। किसी कारणवश अकलू राम का सुनीता से झगड़ा हो गया और वह तीनों बच्चों को सुनीता के पास छोड़कर भगा गया। जाते समय उसके पति ने जो कहा उससे सुनीता का दर्द और बढ़ गया। दरअसल जाते समय अकलू राम ने सुनीता से कहा कि अब मेरा जीवन तुम्हारे साथ नहीं चल सकता, इसलिए मैं जा रहा हूं। पति से झगड़े की बात कहकर सुनीता रोने लगी। इस बारे में बात करते समय सुनीता ने बताया “जाने से पहले उसने मुझसे कहा कि अब तुम्हारे साथ रहना मुश्किल है। तुम जियो या मरो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता।” अब सुनीता को डर है कि उसका पति उसे छोड़कर दूसरी शादी कर लेगा।

ऐसी कैसे हो गई सुनीता ?

सुनीता की स्थिति की बात करें तो 3 सितंबर को मुजफ्फरपुर के बरियारपुर चौक के पास फर्जी डॉक्टरों ने एक निजी शुभकांत क्लिनिक में सुनीता देवी के गर्भाशय का ऑपरेशन करने की बजाय सुनीता देवी की दोनों किडनी निकाल दी। महिला की हालत बिगड़ने पर चिकित्सक व क्लीनिक प्रबंधक पवन ने उसे पटना के एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया और भाग गया। आरोप है कि डॉक्टरों ने धोखे से इस घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने पवन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

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