सूरत : केंद्रीय मंत्री  श्रीमती दर्शनाबेन जरदोश ने वराछा सहकारी बैंक के कार्यों को सराहा

सूरत : केंद्रीय मंत्री  श्रीमती दर्शनाबेन जरदोश ने वराछा सहकारी बैंक के कार्यों को सराहा

वराछा बैंक ने अब तक 3500 से अधिक श्रमिकों को रुपये प्रदान किए हैं

गुजरात के अग्रणी सहकारी बैंकों में से एक वराछा सहकारी बैंक सूरत के माध्यम से केंद्रीय मंत्री श्रीमती दर्शनाबेन जरदोश की विशेष उपस्थिति में असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए ई-श्रम ऋण योजना के तहत सौराष्ट्र पटेल भवन, मिनी बाजार वराछा रोड सूरत में में 21 जनवरी को चेक प्रेजेंटेशन व जागरुकता समारोह का आयोजन किया गया। 

श्रम और रोजगार मंत्रालय, भारत सरकार ने असंगठित क्षेत्र के लोगों की मदद के लिए ई-श्रम ऋण योजना लागू की

श्रम और रोजगार मंत्रालय, भारत सरकार ने असंगठित क्षेत्र के लोगों की मदद के लिए ई-श्रम ऋण योजना लागू की है। जिसमें ई-श्रम कार्ड धारकों को बैंकों द्वारा एक लाख रुपये की सीमा तक क्रेडिट दिया जाता है। इस योजना के तहत वराछा बैंक ने अब तक 3500 से अधिक श्रमिकों को रुपये प्रदान किए हैं। 35 करोड़ से अधिक का भुगतान किया जा चुका है। उस समय सरकार की प्रतिनिधि के रूप में केन्द्रीय मंत्री श्रीमती दर्शनाबेन जरदोश के हाथों से ई-श्रमिक ऋणधारियों को चेक भेंट किया गया। 

सरकार सूदखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है

इस कार्यक्रम में सूरत के डीसीपी हर्षद बी. मेहता ने लोगों से सूदखोरों के जाल में नहीं फंसने का अनुरोध किया। सरकार सूदखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। इसकी जानकारी देकर सही ब्याज दर पर बैंक से ऋण मिलने पर ही लोग सुखी जीवन व्यतीत कर सकते हैं तथा सूदखोरों के उत्पीड़न की स्थिति में लोगों से उचित प्रतिनिधित्व के लिए आगे आने का अनुरोध भी किया। डीसीपी भक्तिबेन ठाकर ने भी लोगों को जागरूक रहने और ब्याज के चक्कर में न फंसने की हिदायत दी। उचित कागजी कार्रवाई करनी होगी। लेकिन ऋण बैंकों या सहकारी समितियों से लिया जाना चाहिए। वराछा बैंक द्वारा सूरत सिटी पुलिस के प्रदर्शन की सराहना की गई। 

बैंक छोटे से छोटे लोगों की यथासंभव मदद करने की भावना से काम कर रहा है

केंद्रीय मंत्री दर्शनाबेन जरदोश ने वराछा बैंक के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि बैंक छोटे से छोटे लोगों की यथासंभव मदद करने की भावना से काम कर रहा है। इस अवसर पर, मैं प्रधानमंत्री बीमा योजना के उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए वराछा बैंक और निदेशक मंडल का आभार व्यक्त करता हूं। साथ ही असंगठित क्षेत्र के कामगारों जैसे नाई, दर्जी, डेयरी-बेकरी अथवा किराना दुकान चलाने वाले अलग-अलग क्षेत्र के श्रम रोजगार मित्रों को 1 लाख तक का ऋण उपलब्ध कराकर सरकार की ई-श्रम ऋण योजना के उद्देश्य को सिद्ध किया है। वराछा बैंक का यह प्रदर्शन उल्लेखनीय है।

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