सूरत :  "दुबई में भारतीय गहनों की नई चमक, IJEX बना वैश्विक निर्यात का नया द्वार"

IJEX प्लेटफॉर्म भारतीय ज्वैलर्स को खाड़ी देशों सहित अफ्रीका, यूरोप और मध्य एशिया तक पहुंचाने का बना सशक्त माध्यम

सूरत :  

सूरत । दुबई स्थित इंडिया ज्वैलरी एक्सपोजिशन सेंटर (IJEX) भारतीय रत्न एवं आभूषण उद्योग के लिए वैश्विक विस्तार का नया द्वार बनता जा रहा है। भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के सहयोग से रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद (GJEPC) द्वारा स्थापित यह प्लेटफॉर्म भारतीय निर्माताओं को खाड़ी सहयोग परिषद (GCC) के साथ-साथ अफ्रीका, पूर्वी यूरोप, रूस और मध्य एशिया के बाजारों तक पहुंच प्रदान कर रहा है।

IJEX की स्थापना वर्ष 2023 में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने की थी। यह साल भर चलने वाला B2B प्लेटफॉर्म है, जो खासतौर पर लघु और मध्यम उद्यमों (MSME) के लिए अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपने नमूने प्रदर्शित करने और विदेशी खरीदारों से ऑर्डर प्राप्त करने का व्यावसायिक मंच प्रदान करता है।

दुबई वैश्विक सोने और आभूषण व्यापार का केंद्र माना जाता है। इसकी अनुकूल कर नीतियाँ, सरल व्यापार प्रक्रियाएं और आधुनिक आधारभूत संरचना ने भारतीय उद्यमियों के लिए अपने व्यवसाय शुरू करना आसान बना दिया है। अब तक IJEX के माध्यम से 50 निर्यातक जुड़ चुके हैं, जिनमें से 12 ने दुबई में अपनी स्वतंत्र कंपनियां शुरू की हैं। उल्लेखनीय है कि 16 देशों के 885 से अधिक B2B खरीदार IJEX का दौरा कर चुके हैं। कई महिला उद्यमियों और युवा पीढ़ी के व्यापारियों के लिए यह एक प्रभावशाली लॉन्चपैड बन गया है।

IJEX के अधिकतम उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए GJEPC ने एक विशेष एक-सप्ताहीय "मार्केट इंट्रोडक्शन प्रोग्राम" तैयार किया है। यह कार्यक्रम भाग लेने वाले ज्वैलर्स को दुबई और GCC बाजार की उपभोक्ता प्रवृत्तियों, नीतियों, खरीद व्यवहार, कर प्रणाली और वितरण नेटवर्क की जमीनी समझ प्रदान करेगा।

कार्यक्रम के प्रमुख उद्देश्य  वैश्विक निर्यात के लिए नए उद्यमियों को तैयार करना, विभिन्न राष्ट्रीयताओं के उपभोक्ताओं की प्राथमिकताओं का विश्लेषण, ब्रांड पोजिशनिंग व बाज़ार में प्रवेश की रणनीतियों पर मार्गदर्शन, दुबई, शारजाह और अबू धाबी के प्रमुख शोरूमों का दौरा, बाज़ार-अनुकूल उत्पाद डिज़ाइन और मूल्य निर्धारण रणनीतियाँ है। 

कार्यक्रम में कार्यशालाएं, उद्योग विशेषज्ञों से संवाद, प्रवृत्ति विश्लेषण व विनियामक प्रशिक्षण उत्पाद स्थानीयकरण व वितरण मॉडल की समझ शामिल हैं।

IJEX को एक “इन्क्यूबेटर प्लेटफॉर्म” के रूप में तैयार किया गया है, जहां उद्यमियों को उत्पादन से विपणन, ग्राहक संपर्क, बैंकिंग और व्यवसाय निर्माण तक हर स्तर पर सहयोग मिलता है।

इस महत्वाकांक्षी योजना की जानकारी देने और उद्यमियों को प्रेरित करने के उद्देश्य से GJEPC सूरत क्षेत्र कार्यालय द्वारा एक विशेष वेबिनार आयोजित किया गया। इसमें पूरे गुजरात से 100 से अधिक सदस्यों ने भाग लिया।

कार्यक्रम की शुरुआत जयंतीभाई सावलिया (क्षेत्र अध्यक्ष - गुजरात) के उद्घाटन भाषण से हुई, जिसमें उन्होंने IJEX के महत्व और MSME उद्यमियों के लिए इसके लाभों को विस्तार से बताया। इसके बाद श्री आशीष एस. (प्रमुख - IJEX दुबई) ने पूरे कार्यक्रम की संरचना, लाभ और अनुसूची साझा की।

इस वेबिनार में दो बैचों की घोषणा की गई – पहला 7 जुलाई 2025 और दूसरा 11 अगस्त 2025 से आरंभ होगा। आश्चर्यजनक रूप से, पहले ही सत्र में 25 उद्यमियों ने तत्काल पंजीकरण करा लिया, जिससे उद्योग जगत में IJEX के प्रति बढ़ती हुई रुचि और विश्वास स्पष्ट झलकता है।

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