सूरत : शिक्षा मंत्री प्रफुल पानसेरिया ने जिले के स्कूल में शौचालय साफ करके उदाहरण प्रस्तुत किया और देखा-देखी प्रदेश भर में अभियान सा चल पड़ा!

सूरत : शिक्षा मंत्री प्रफुल पानसेरिया ने जिले के स्कूल में शौचालय साफ करके उदाहरण प्रस्तुत किया और देखा-देखी प्रदेश भर में अभियान सा चल पड़ा!

शिक्षा मंत्री प्रफुल्ल पानसेरिया द्वारा इस बात की सराहना की गई कि प्रदेश के विभिन्न विद्यालयों में शिक्षकों द्वारा शौचालयों की सफाई की जा रही है

पूरे देश में साफ-सफाई को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान केंद्र और राज्य सरकार की ओर से व्यापक सफाई अभियान चलाया गया है। स्कूल और खासकर बच्चों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले शौचालय को साफ रखने के लिए शिक्षकों के खुद सफाई करने के वीडियो सामने आए हैं।

शिक्षकों ने बिना किसी झिझक शौचालयों की सफाई की

स्कूलों में कई शिकायतें उठाई जा रही थीं कि स्कूल के शौचालय और बाथरूम जिनमें छोटे-छोटे बच्चे जाते हैं, उनकी हालत बहुत खराब है। गंदे और दुर्गन्ध युक्त वातावरण में बच्चे शौच के लिए जाते हैं। शौचालय इतने गंदे हैं कि बच्चे भी इसका इस्तेमाल करने से कतराते हैं। स्कूल के शिक्षक भी उसके प्रति लापरवाह हैं। लेकिन, पिछले कुछ दिनों से शिक्षकों द्वारा अपने स्कूल का शौचालय खुद साफ करने के वीडियो सामने आ रहे हैं, जो बहुत ही सराहनीय बात है। कई बार एक शिक्षक के रूप में शौचालय या बाथरूम को धोना अच्छा काम नहीं माना जाता और साफ करने में संकोच महसूस होता था, लेकिन अब शिक्षकों की मानसिकता बदल रही है।

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स्कूलों में शौचालयों की स्वयं सफाई करते शिक्षक

 

स्कूलों के शौचालय-बाथरूम स्वच्छ होना अनिवार्य

सूरत जिले के पलसाना तालुका के वाडला और बालेश्वर प्राथमिक विद्यालयों का वीडियो सामने आया है, जिसमें पूरा स्टाफ स्कूल में काम करते हुए सफाई करता नजर आ रहा है। प्राथमिक विद्यालयों के शौचालयों की सफाई शिक्षक स्वयं करते नजर आ रहे हैं। जब शिक्षक बिना किसी प्रकार का संकोच रखे साफ-सफाई को प्राथमिकता देते हुए शौचालय के बाथरूम की सफाई कर रहे हैं तो इसका सीधा असर छात्रों के साथ-साथ छात्रों के अभिभावकों पर भी पड़ता है। छात्र भी इस दृश्य को देख सकते हैं और समझ सकते हैं कि अगर उनके शिक्षक शौचालय को साफ रखने के लिए इतने ही गंभीर हैं तो हमें गंदगी नहीं फैलानी चाहिए। माता-पिता यह भी समझ सकते हैं कि यदि शिक्षक हमारे बच्चों के लिए स्वच्छ शौचालय बाथरूम बनाने के लिए खुद सफाई कर रहे हैं, तो अन्य सभी चीजों के लिए वे वास्तव में बच्चों के लिए अच्छी सोच रख उनकी प्रगति में सुधार करने की कोशिश कर रहे हैं। इससे ऐसा एक सकारात्मक वातावरण निर्मित होता है। सूरत जिले के अलग-अलग स्कूलों में इस तरह की सफाई के वीडियो भी अब सामने आने लगे हैं।

शिक्षा मंत्री ने खुद स्कूल के शौचालयों की सफाई की तो शिक्षक हुए प्रेरित

राज्य के शिक्षा मंत्री प्रफुल्ल पानसेरिया ने कहा कि हाल ही में जब मैंने अपने विधानसभा क्षेत्र के डूंगरा प्राथमिक विद्यालय का दौरा किया। तभी मेरी नजर स्कूल के शौचालय पर पड़ी जो काफी गंदा था। शिक्षकों को सबके सामने फटकारने से पहले ही मैंने खुद शौचालय साफ करना शुरू कर दिया था। जिसको लेकर स्कूल के शिक्षक भी समझ गए कि अब इस मामले को कितनी गंभीरता से लेना है। शौचालय साफ करने के मेरे वीडियो वायरल हुए, जिसके बाद सूरत जिले से ही नहीं लेकिन मुझे राज्य भर के विभिन्न स्कूलों के शिक्षकों द्वारा अपने स्कूल के शौचालयों की सफाई करते हुए फोटो और वीडियो मिल रहे हैं। मेरा आशय यह था कि एक शिक्षा मंत्री होने के नाते मुझे अपने स्कूली बच्चों के लिए शौचालय साफ करने का कोई मलाल नहीं है। मैं वह संदेश देने में सफल रहा हूं। मेरा आग्रह और अनुरोध है कि शिक्षक अपने स्कूल के शौचालयों और उसके आसपास स्वच्छता को प्राथमिकता दें। मैं शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने जिस तरह से अपने स्कूल के शौचालयों की सफाई की है।

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