लिंग परिवर्तन का अजीबो-गरीब मामला : एक पुरुष अपनी बेटियों को साथ रखने लिंग परिवर्तन करा ‘मां’ बन गया!

लिंग परिवर्तन का अजीबो-गरीब मामला : एक पुरुष अपनी बेटियों को साथ रखने लिंग परिवर्तन करा ‘मां’ बन गया!

इक्वाडोर में महिलाओं को बच्चों को साथ रखने का कानूनी अधिकार है

दक्षिण अमेरिकी देश इक्वाडोर में लिंग परिवर्तन का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। एक आदमी है जिसने अपनी बेटियों को एक साथ रखने के लिए लिंग परिवर्तन किया है। इस शख्स का नाम रेने सेलिनास रामोस है। उनकी उम्र 47 साल है। वास्तव में रामोस की पत्नी उससे अलग रहती है लेकिन रामोस अपनी बेटियों से दूर नहीं रहना चाहता था इसलिए उसने अपनी बेटियों को एक साथ रखने का कानूनी अधिकार प्राप्त करने के लिए पुरुष से महिला में बदलने का फैसला किया।

जानकारी के मुताबिक रामोस ने अपनी बेटियों को मां जैसा प्यार देने के इरादे से यह कदम उठाया है। उन्होंने मीडिया को बताया कि मैंने ये सब इसलिए किया है ताकि मैं भी उस तरह का प्यार और सुरक्षा दे सकूं जो एक मां अपने बच्चों को दे सकती है। आपको बता दें कि इक्वाडोर में सेक्स चेंज कानूनी अधिकार है। यहां 2015 में एक ऐसा कानून बनाया गया जिसके तहत देश की जनता को यह कानूनी अधिकार दिया गया।

बेटियां मां के घरगाली-गलौज वाले माहौल में रहती हैं

रामोस के आधिकारिक आईडी कार्ड के मुताबिक वह अब 'फेमिनिनो' हैं। हालाँकि, वह अभी भी खुद को एक सिजेंडर पुरुष के रूप में प्रस्तुत करता है। रामोस का दावा है कि उनकी दोनों बेटियां अपनी मां के घर में अपमानजनक माहौल में रहती हैं। उन्होंने कहा कि वह पिछले 5 महीने से अपनी बेटियों को नहीं देख पाए हैं। बेटियों की कस्टडी को लेकर कानूनी लड़ाई अभी भी जारी है।

महिलाओं को बच्चों को साथ रखने का कानूनी अधिकार

रेने सेलिनास रामोस का कहना है कि इक्वाडोर में महिलाओं को बच्चों को साथ रखने का कानूनी अधिकार है। इसलिए अब मैं एक महिला हूं और एक मां भी। ऐसे में मुझे अपनी बेटियों को अपने पास रखने का अधिकार मिलना चाहिए।' हालाँकि, मामला अभी तक सुलझा नहीं है और जब तक मामला जारी रहेगा, तब तक बेटियाँ अपनी माँ के साथ रहेंगी। रामोस का कहना है कि मैं जल्द से जल्द अपनी बेटियों से मिलना चाहता हूं, इसलिए केस के फैसले में देरी नहीं होनी चाहिए। 

Tags: