वड़ोदरा : शादी समारोह के बाद खेत में ड्रोन की एंट्री, वडोदरा में 70 किसानों ने ड्रोन से खेतों में किया यूरिया का छिड़काव

वड़ोदरा : शादी समारोह के बाद खेत में ड्रोन की एंट्री, वडोदरा में 70 किसानों ने ड्रोन से खेतों में किया यूरिया का छिड़काव

राज्य सरकार ने ड्रोन से खेतों में यूरिया के छिड़काव की सुविधा देना शुरू कर दिया है

शादियों और अन्य कार्यक्रमों की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी के लिए अब ड्रोन का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है, हालांकि ड्रोन तकनीक अब अन्य क्षेत्रों में भी प्रवेश कर रही है। कृषि क्षेत्र में भी ड्रोन का प्रवेश हो गया है। राज्य सरकार ने ड्रोन से खेतों में यूरिया के छिड़काव की सुविधा देना शुरू कर दिया है और वड़ोदरा जिले के किसान भी इस योजना का लाभ लेने लगे हैं। मिली जानकारी के अनुसार अगस्त महीने में यह योजना लांच किये जाने के बाद वडोदरा जिला में 70 जितने किसानों में 250 एकड़ एरिया में ड्रोन से यूरिया का छिड़काव किया है। 

किसान धीरे-धीरे इसके प्रति जागरूक हो रहे हैं

वड़ोदरा जिले की कृषि शाखा के सूत्रों के मुताबिक इस साल से जैसे-जैसे योजना शुरू हुई है, किसान धीरे-धीरे इसके प्रति जागरूक हो रहे हैं। एक एकड़ फसल पर ड्रोन से महज 20 से 30 मिनट में यूरिया का छिड़काव किया जा सकता है। साथ ही सरकार की ओर से इस योजना में प्रति एकड़ 500 रुपये की अनुदान राशि भी दी जा रही है, किसानों को यूरिया के छिड़काव पर प्रति एकड़ मात्र 200 से 300 रुपये खर्च हो रहे हैं। राज्य सरकार ने इस योजना के लिए अनुदान के रूप में 35 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।  

ड्रोन पायलट किसान के खेत में यूरिया का छिड़काव करने आता है

सूत्रों का कहना है कि ड्रोन से यूरिया का छिड़काव करने के लिए किसान सरकार के आई खेडुत पोर्टल पर आवेदन कर 18 अलग-अलग कंपनियों की ड्रोन सेवाओं में से किसी का भी चुनाव कर सकता है। आवेदन करने के पंद्रह से बीस दिनों के भीतर ड्रोन पायलट किसान के खेत में यूरिया का छिड़काव करने आता है।

ड्रोन से यूरिया के छिड़काव में मजदूरों की आवश्यकता नहीं होती है

ड्रोन से यूरिया के छिड़काव में मजदूरों की आवश्यकता नहीं होती है और कम यूरिया का उपयोग होने के कारण किसानों को पारंपरिक यूरिया छिड़काव की लागत से 40 प्रतिशत कम लागत आती है। यूरिया छिड़काव का कार्य आमतौर पर गर्मियों की शुरुआत तक चलता है, इसलिए यूरिया छिड़काव की संख्या वडोदरा जिले में ड्रोन तकनीक अपनाने वाले किसानों की संख्या और भी बढ़ेगी।

Tags: Vadodara