सूरत : जिसे सहारा दिया उसी चचेरे भाई के खिलाफ धोखाधड़ी और हीरों की कथित चोरी का मामला थाने पहुंचा

सूरत : जिसे सहारा दिया उसी चचेरे भाई के खिलाफ धोखाधड़ी और हीरों की कथित चोरी का मामला थाने पहुंचा

परिजनों द्वारा कड़ाई किये जाने पर 5000 कैरेट के हीरे चोरी होने की बात कहकर चचेरे भाई ने खाई नींद की गोलियां खा ली

सूरत में 5000 कैरेट का हीरा छुपाने के बाद में आत्महत्या का नाटक करने वाले अपने रिश्तेदार के खिलाफ महिधरपुरा थाने में पुलिसशिकायत दर्ज कराई है। इस मामले में विश्वेन जितेंद्र जोगानी (उम्र 40, निवासी मोबाइल स्टोन, सेवन हेवन बिल्डिंग, वेसु, मूल वतन धानेरा) ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। यह शिकायत रिश्तेदार विपुल महिपाल जोगनाी के खिलाफ दर्ज कराई गई थी। पुलिस शिकायत में कहा गया है कि मुसीबत में फंसे चचेरे भाई की मदद करने पर वह स्वयं मुश्किली में आ गए।

धंधे में नुकसान होने पर चचेरे भाई को मदद की थी

चचेरा भाई विपुल को 2016 में कारोबार में नुकसान हो गया था और विश्वेन के पिता जितेंद्र भाई ने उसकी मदद की थी। उसे व्यापार के लिए हर तरह की मदद देकर उसे सूरत में बसाया। विपुल जोगानी ने जितेंद्र भाई को विश्वास में लिया और पार्टनरशिप में बिजनेस शुरू किया।

विस्वेन के पिता जीतेन्द्र की मृत्यु के बाद, विपुल ने कोई हिसाब नहीं दिया लेकिन उन्होंने जितेंद्रभाई के बेटे के साथ 72 प्रतिशत और 28 प्रतिशत साझेदारी के साथ व्यापार करने का फैसला किया। इसी दौरान इन लोगों ने चार अलग-अलग फर्में बना लीं। चूँकि वह स्वयं खातों को अच्छी तरह से जानता था, इसलिए उसने सभी फर्मों के खातों को अपने हाथ में ले लिया।

बकायादारों के फोन आने पर धोखाधडी उजागर हुई

इसी बीच सितंबर के महीने से अचानक ही विश्वेन जोगनी पर बकायादारों के फोन आने लगे। जब उन्होंने इस मामले में विपुल से पूछा तो विपुल ने बताया कि 1500 कैरेट का हीरा चोरी हुआ है। उसके बाद बही खातों की जांच के बाद भारी गड़बड़ी मिली। तब विपुल ने कहा कि 5000 कैरेट हीरे चोरी हो गए हैं।

पिछले पांच साल में किए कारोबार की करोड़ों रुपये की पूंजी को विपुल द्वारा समेट लेने पर रिश्तेदारों ने मध्यस्थी का प्रयास किया। इस बीच परिजनों ने विपुल को आडे़ हाथों लेते हुए कहा सुनी की तो उसने ऑफिस में नींद की दस गोलियां खा लीं और महावीर अस्पताल में भर्ती हो गया।

Tags: Surat