वड़ोदरा : राष्ट्रीय ड्राइंग प्रतियोगिता में सेरेब्रल पालसी से पीड़ित लड़की हेत्वी का जलवा

वड़ोदरा : राष्ट्रीय ड्राइंग प्रतियोगिता में सेरेब्रल पालसी से पीड़ित लड़की हेत्वी का जलवा

 पांच साल पहले कलम भी नहीं पकड़ पाती थी

75 प्रतिशत सेरेब्रल पालसी से पीड़ित वड़ोदरा के मानसिक रूप से विक्षिप्त बच्ची हेत्वी खिमसुरिया ने राष्ट्रीय ज्ञानपीठ द्वारा आयोजित राष्ट्रीय स्तर की ड्राइंग प्रतियोगिता में भारत के सबसे प्रतिभाशाली बच्चे का पुरस्कार जीता है।

बेटी का अच्छे से इलाज कराने के लिए मां ने अपनी सरकारी नौकरी छोड़ दी

हेत्वी खिमसुरिया नाम की 11 साल की बच्ची की जिंदगी और उसके माता-पिता का संघर्ष किसी के लिए भी प्रेरणा है। जन्म से ही सेरेब्रल पाल्सी से पीड़ित हेत्वी पांच साल तक बिस्तर से उठ भी नहीं पाई थी। डॉक्टरों ने निदान किया कि 75 प्रतिशत सेरेब्रल पालसी ने उनके शरीर को प्रभावित किया है।

हेत्वी के पिता कांतिभाई और मां लीलाबेन सौराष्ट्र के एक स्कूल में शिक्षक के रूप में काम करते थे। बेटी का अच्छे से इलाज कराने के लिए मां ने अपनी सरकारी नौकरी छोड़ दी और दंपति इलाज के लिए वड़ोदरा शहर में शिफ्ट हो गए।

छठे साल  बमुश्किल कलम पकड़ना सिखाया

हेत्वी के पिता कांतिभाई शहर के नगर प्राथमिक शिक्षा समिति के स्वामी विवेकानंद स्कूल में शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं। इसी स्कूल में उन्होंने अपनी बेटी का दाखिला करवाया है। वे कहते हैं कि छठे साल हमने उन्हें बमुश्किल कलम पकड़ना सिखाया और पांच साल में वह इतना अच्छा चित्र बनाते हैं कि सामान्य बच्चे भी उनके चित्रों से प्रेरणा लेते हैं। ड्राइंग के साथ-साथ हेत्वी ने शिल्प और पहेली में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। इसके लिए हमने एक यूट्यूब चैनल शुरू किया है। जिस पर हम उसकी ड्राइंग और क्राफ्ट रखते हैं। ताकि ऐसे अन्य बच्चे भी उससे सीख सकें। अब तक वह 25 से 30 प्रतियोगिताओं में भाग ले चुकी है।

राष्ट्रीय क्राफ्ट प्रतियोगिता में हेत्वी ने स्वर्ण पदक जीता था

कांतिभाई के अनुसार, नासिक में स्वामी विवेकानंद केंद्र द्वारा आयोजित राष्ट्रीय क्राफ्ट प्रतियोगिता में हेत्वी ने स्वर्ण पदक जीता था। हाल ही में, उन्होंने राष्ट्रीय ज्ञानपीठ द्वारा आयोजित दिव्यांग बच्चों के लिए ड्राइंग प्रतियोगिता में राष्ट्रीय स्तर पर सबसे प्रतिभाशाली बाल पुरस्कार जीता। जिसका ऐलान गत रोज किया गया। पिछले रक्षाबंधन के दौरान हेत्वी ने अपने हाथों से राखी बनाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजी थी और पीएम कार्यालय की ओर से हेत्वी को धन्यवाद देते हुए एक वापसी पत्र भी भेजा गया था।

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