सूरत : वयोवृद्ध वकील ललितचंद्र सुखडवाला के निधन से वकील आलम दुःखी

सूरत : वयोवृद्ध वकील ललितचंद्र सुखडवाला के निधन से वकील आलम दुःखी

सूरत जिला न्यायालय के मुख्य जिला लोक अभियोजक नयन सुखडवाला के पिता ललितचंद्र सुखदवाला का संक्षिप्त बीमारी के बाद निधन हो गया। 45 से अधिक वर्षों से एक पेशेवर वकील ललितचंद्र सुखडवाला का जीवन संघर्षों से भरा रहा। सैद्धांतिक और मेहनती बुजुर्ग ललितचंद्र की तरह ही उनके तीन संतान और एक पोता और एक पोती भी कानूनी पेशे से जुड़े हैं। घर के बुजुर्ग व्यक्ति के जाने के बाद दु:खी परिवार को सूरत के वकीलों की ओर से शोक संदेश भेजकर प्रार्थना की गई है कि ईश्वर उन्हें इस दुख की घड़ी को सहन करने की शक्ति प्रदान करें। 

कल्पेश देसाई ने संवेदना व्यक्त की

वरिष्ठ वकील कल्पेश देसाई ने वकील ललितचंद्र ठाकोरदास सुखडवाला के निधन पर दु:ख जताया और कहा कि 1985 में ललितचंद्र सुखडवाला की पत्नी की एक दुर्घटना में मौत के बाद तीन बच्चों और उनके परिवार की जिम्मेदारी ललितचंद्र पर आ गई। गरीबी के दौर में संघर्ष कर एमए, एलएलबी तक की पढ़ाई करने वाले ललितचंद्र सुखडवाला ने युवावस्था में नानपुरा क्षेत्र में साइकिल पर मिट्टी का तेल बेचकर अपने माता-पिता और बहनों का भरण-पोषण किया। उन्होंने एंग्लो-उर्दू स्कूल में अंग्रेजी विषय के शिक्षक के रूप में जिम्मेदारी भी स्वीकार की। इसके बाद उन्होंने न्यायपालिका से जुड़कर कई जरूरतमंद लोगों को न्याय दिलाया।

जीवन के अंतिम पलों तक व्यावसायिक रूप से सक्रिय रहे

वकालत के पेशे में आने के बाद ललितचंद्र सुखडवाला ने फौजदारी और दीवानी मुकदमे चलाकर कई लोगों को न्याय दिलाया। वे भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता भी थे। आखिरकार 8 दिसंबर 2022 तक वकील ललितचंद्र सुखडवाला कोर्ट में मौजूद रहे और अपने काम पर डटे रहे। इसी बीच 13-12-2022 को उनकी तबीयत अचानक बिगड़ी और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां 17 दिसंबर को ललितचंद्र सुखडवाला की तबीयत बिगडऩे के बाद उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया और मंगलवार की सुबह दुनिया को अलविदा कह गए। उनके निधन से अधिवक्ता मर्माहत हैं। वकीलों ने कहा कि आखिर में सिनियर वकील ललितचंद्र ने सूरत कोर्ट के चुनाव परिणाम की जानकारी भी प्राप्त की थी। 

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