वडोदराः एसएसजी अस्पताल जैसा उपचार निजी अस्पताल में भी नहीं, जानें उपचार के बाद मरीज ने क्या कहा

वडोदराः एसएसजी अस्पताल जैसा उपचार निजी अस्पताल में भी नहीं, जानें उपचार के बाद मरीज ने क्या कहा

कोरोना के उपचार के बाद स्वस्थ हुई बुजुर्ग महिला ने डॉक्टरों और कर्मचारियों की सेवा की प्रशंसा की

अस्पताल का प्रत्येक स्टाफ भगवान का दूसरा रुप है
सरकारी अस्पताल में कोविड का इलाज करवाकर स्वस्थ होकर घर लौट रही एक महिला मरीज ने अस्पताल के स्टाफ सदस्यों और डॉक्टरों की ड्यूटी की सराहना करते हुए कहा कि यहाँ प्राप्त होने वाला उपचार निजी अस्पताल में भी संभव नहीं है।
शहर  वेनिस विला में रहने वाली 60 वर्षीय सुधाबेन ठक्कर को कोरोना पॉजीटिव आने पर गत महीने की 17 तारीख को इलाज के लिए सयाजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। स्वस्थ होने के बाद महिला को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। अस्पताल में उपचार के दौरान चिकित्सकों एवं स्टाफ द्वारा की गई उपचार के तहत सेवा की प्रशंसा करते हुए चिट्ठी लिखी है, जिसमें क्या लिखू इनके लिए शब्द नहीं, लिखा है। अस्पताल का प्रत्येक स्टाफ भगवान का दूसरा रुप है। स्टाफ परिवार से भी विशेष है। सभी लोग दिन रात बिना गुस्सा किये सेवा देते हैं। लोगों की मानसिकता ऐसा होता है कि सरकारी अस्पताल में न जाये, परंतु मेरा अनुभव कहता है कि यहां जैसा उपचार निजी अस्पतालों में भी संभव नहीं है। प्रत्येक उपकरण, निष्ठा और प्रेम यहां का मुख्य गुण है। मैं वास्तव में उनका ऋणी हूं। मैं  हृदय  से प्रार्थना करता हूं कि भगवान आपको रोगी की सेवा करने के लिए स्वास्थ्य प्रदान करें। भगवान आपको सुरक्षित रखें।
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