राजकोट : अंगड़िया फर्म के मैनेजर को चाकू दिखाकर साढ़े उन्नीस लाख लुटे
By Loktej
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सीसीटीवी के आधार पर पुलिस कर रही है मामले की जाँच
शहर में एक अजीबोगरीब हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। पता चला है कि शहर के ए डिवीजन थाना क्षेत्र में 19 लाख रुपये की लूट की घटना हुई है। पूरी घटना की जानकारी मिलते ही संभाग पुलिस का काफिला और अपराध शाखा का काफिला मौके पर पहुंच गया। वहीं, नगर पुलिस आयुक्त राजू भार्गव, डीसीपी सुधीर कुमार देसाई, डीसीपी परतराज सिंह गोहिल समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। राजकोट शहर के सोनी बाजार खत्रीवाड़ भिचारी नाका के केशवकुंज अपार्टमेंट में रहने वाले पी मगनलाल अंगड़िया फर्म में तीस साल तक काम करने वाले कर्मचारी शाम को सोनी बाजार शाखा से 19,56,000 की खाता राशि के साथ अपने फ्लैट की सीढ़ियां चढ़ रहा था। पहली मंजिल पर पहुंचने पर पहले से इंतजार कर रहे दो आदमी आगे आए, एक आदमी ने पिस्टल दिखाकर धमकी दी कि 'हमें बैग दे दो या मैं तुम्हें मार दूंगा' और दूसरे आदमी ने चाकू दिखाया और बैग को खींच लिया। जब बुजुर्ग ने बैग को तेजी से पकड़ा तो उसके टूट गये और लूटेरे बैग लेकर भागे। फिर सामने खड़ी कार में बैठकर भाग गये।
हर दिन की तरह ऑफिस से लौट रहे पीड़ित
पूरे मामले में शिकायतकर्ता के बेटे क्रुणाल पांड्या ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मेरे पिता हर दिन की तरह ऑफिस से लौट रहे थे। मेरे पिता घर पहुंचने वाले थे। उस समय दो लोगों ने मेरे पिता को कुछ ही दूरी पर एक बंदूक सहित एक हथियार दिखाया और उनके पास मौजूद नकदी लूट ली। दो व्यक्तियों में से एक को भी बुखानी पहने पाया गया। वहीं मौके पर पहुंचे डीसीपी सुधीर कुमार देसाई ने मीडिया से बातचीत में बताया कि पीड़ित अतुलभाई पंड्या फिलहाल सोनी बाजार में मांडवी चौक के पास पी मगनलाल फर्म में मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं। वह अपने कार्यालय से केशवकुंज अपार्टमेंट स्थित अपने घर लौट रहे थे। उनके साथ लूट की घटना का पता चला है। लूट की घटना से सनसनी मच गई। फिलहाल पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच कर रही है और अंतत: लुटेरे के बेदी चौकड़ी से मोरबी की ओर भागने की प्रारंभिक जानकारी सामने आई है।
आरोपियों ने रेकी की फिर लूट की घटना को अंजाम दिया
मामले की सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस के पीआई समेत अधिकारी मौके पर पहुंचे। अलग-अलग टीमें बनाकर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई है। जिसके अनुसार आरोपियों ने लूट की घटना को अंजाम दिया है। जिसे देखकर प्रथम दृष्टया प्रतीत होता है कि आरोपियों ने रेकी की है। आरोपी किसी जगह से पीड़िता का पीछा कर रहे थे। इसकी जानकारी के लिए पूरे रास्ते की सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है। जिस स्थान पर घटना हुई उसके आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस हासिल कर रही है। फिलहाल शिकायतकर्ता की शिकायत दर्ज कराने का भी प्रयास किया गया है।
फोन भी बंद
पुलिस ने उस जगह की फुटेज हासिल करने की कोशिश की जहां लुटेरे भागे थे और आसपास के इलाके जहां घटना हुई थी। जिसमें सुबह तक सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई। घटना को अंजाम देने के तरीके को देखते हुए प्राथमिक निष्कर्ष निकला है कि घटना को पूर्व नियोजित साजिश के तहत अंजाम दिया गया। हर दिन रजनीकांत भाई अपनी फर्म से नकद लेकर घर आते हैं और एक व्यक्ति पूरी तरह से अध्ययन करके इसे जमा करने के लिए आता है, क्या लुटेरों ने कोई योजना बनाई या वे अनजान होंगे? समेत इस मामले में काफी जांच चल रही है। उल्लेखनीय है कि लुटेरों ने दो मोबाइल फोन सहित नकदी का एक बैग लूट लिया। इसलिए लुटेरे ने राजकोट से निकलने से पहले इन दोनों फोन को स्विच ऑफ कर दिया था।