राजकोट : अंतिम पायदान पर खड़े घुमंतू जाति के 65 परिवारों को मिला पक्का आवास

राजकोट : अंतिम पायदान पर खड़े घुमंतू जाति के 65 परिवारों को मिला पक्का आवास

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में सरकार की कल्याण योजनाओं के केंद्र में रहे हैं अदने, गरीब, वंचित और दुर्गम इलाके के लोग : मुख्यमंत्री

‘विकास के ग्रोथ इंजन गुजरात की विकास गति को सबका साथ, सबके सहयोग से और भी तीव्र गति से आगे दौड़ाया’
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने घुमंतू और विमुक्त जाति के लोगों सहित समाज की पायदान में खड़े आखिरी व्यक्ति और अंत्योदय परिवारों को विकास की मुख्य धारा में शामिल करने की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रतिबद्धता को साकार करने में गुजरात को आगे रखने की मंशा जताई है। इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि ऐसी घुमंतू जातियों को पानी, बिजली और सडक़ की सुविधा युक्त पक्के आवास और उनके बच्चों को शिक्षा एवं अन्य बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने में सरकार सदैव तत्पर रहेगी। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने शुक्रवार को राजकोट जिले के रामपरा बेटी में घुमंतू और विमुक्त जाति के 65 परिवारों को ‘वगड़ामां थी व्हालपनी वसाहत’ के अंतर्गत आवास आवंटित किए। उन्होंने राजकोट जिला प्रशासन की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में 19 भूखंड धारकों को सनद (मकान का स्वामित्व अधिकार) वितरित की और 300 से अधिक लाभार्थियों को आवासनिर्माण के लिए 40 वर्ग मीटर के भूखंड प्रदान किए। 
उल्लेखनी है कि राज्य सरकार घुमंतू और विमुक्त जातियों के आवासहीन लोगों सहित सामाजिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़े वर्गों और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग को मकान निर्माण के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय आवास योजना के तहत 1.20 लाख रुपए की सहायता देती है। राज्य में घुमंतू और विमुक्त जाति के 24,352 लाभार्थियों को अब तक इस आवास सहायता के तहत कुल 110 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है। राजकोट में ‘वगड़ामां थी व्हालपनी वसाहत’ में जिन 65 आवासों का निर्माण हुआ है, उसमें भी प्रति आवास 1.20 लाख रुपए की सहायता दी गई है।  भूपेंद्र पटेल ने उज्ज्वला योजना के अंतर्गत 29 गैस सिलेंडर के अलावा आटकोट में पुलिस कर्मचारियों के लिए 648.70 लाख रुपए के खर्च से नवनिर्मित आवासों तथा राजकोट ग्रामीण पुलिस के मवड़ी मुख्यालय में 1443.60 लाख रुपए के खर्च से निर्मित आवासों का ई-लोकार्पण किया। इसके साथ ही उन्होंने रामपरा बेटी में सेनेटरी पैड के वितरण के लिए वेंडिंग मशीन और शुद्ध पेयजल मुहैया कराने वाली 650 आरओ मशीन का भी लोकार्पण किया। राजकोट जिला प्रभारी एवं शिक्षा मंत्री जीतूभाई वाघाणी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री आरसी मकवाणा, सांसद मोहनभाई कुंडारिया, रामभाई मोकरिया सहित जिले के विधायक और पदाधिकारी इस अवसर पर उपस्थित रहे।  
मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और नेतृत्व में सरकार की किसी भी योजना में अदने, गरीब, वंचित, कतार में खड़े अंतिम आदमी सहित दुर्गम क्षेत्र के लोगों को आसानी से लाभ पहुंचाने का आयोजन केंद्र में होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार ने विशेषकर ऐसी जातियां जिनके पास अपना कोई स्थायी आवास नहीं है, उन्हें पक्का आवास उपलब्ध कराने और उनके बच्चों को ऐसी आवास बसाहटों में रहते हुए बेहतर शिक्षा मिल सके उस बात की निरंतर चिंता की है। श्री पटेल ने कहा कि अदने आदमी को मूलभूत सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2005 से ऐसे आवासों की और नि:शुल्क भूखंड आवंटन योजना शुरू की है। घुमंतू जाति के लोगों को किसी का मोहताज न रहना पड़े, उसके लिए आवास के साथ गरिमा भी प्रदान की है। उन्होंने आवास आवंटन और सनद वितरण के ऐसे कार्यक्रमों को अंतिम व्यक्ति की सुख-सुविधा की परवाह करने और उनके लिए कुछ कर गुजरने के आत्मसंतोष वाला कार्यक्रम करार देते हुए राजकोट 
जिला प्रशासन को इस कार्य के लिए बधाई दी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गरीब, वंचित, शोषित और निर्धनतम वर्गों के प्रति सेवा भावना का दृष्टांत देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान किसी गरीब को भूखा न सोना पड़े उसके लिए मुफ्त अनाज और स्वास्थ्य रक्षा के लिए व्यापक टीकाकरण के लिए उन्होंने तंत्र को लगातार प्रेरित किया था। उन्होंने शिक्षा को राज्य एवं राष्ट्र के विकास की नींव करार देते हुए यह भी कहा कि स्थायी आवास की सुविधा मिलने से अब घुमंतू जाति के परिवारों के बच्चे भी स्थायी शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से ग्रोथ इंजन बने गुजरात को उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा के प्रसार से और भी तेज गति से विकास के मार्ग पर दौड़ाने की मंशा जताई। 
मुख्यमंत्री ने आवास लाभार्थियों को सुखमय भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए यह भी कहा कि शिक्षा के लिए स्कूल और आवास के लिए सहायता आदि सुविधाएं प्रदान करने के लिए राज्य सरकार हमेशा उनके साथ खड़ी है। शिक्षा तथा जि़ला प्रभारी मंत्री जीतूभाई वाघाणी ने आज के कार्यक्रम को समाजोपयोगी एवं संवेदनापूर्ण बताते हुए कहा कि व्यवसाय की कुशलता रखने वाले नागरिकों को स्थायी पता एवं जीवनाश्यक सुविधाएँ देकर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल विचरणशील जाति के नागिरकों के आशीर्वाद के अधिकारी बने हैं। वाघाणी ने आशा व्यक्त की कि इस सुविधा का लाभ लेकर विचरणशील जाति के लोग मुख्य धारा में शामिल हो सकेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री ने ऐसे परिवारों के बेटे-बेटियों की शिक्षा के लिए 200 कमरों का छात्रालय बनाने के लिए भी जिला प्रशासन को आवश्यक निर्देश दे दिए हैं।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री आर. सी. मकवाणा ने विचरणशील जाति के लोगों के लिए राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई विकास योजनाओं और मुख्यमंत्री द्वारा राज्य के गऱीबों एवं वंचितों के लिए किए गए विकास कार्यों का संक्षिप्त विवरण दिया। न्होंने विचरणशील समुदाय समर्थन मंच की गतिविधियों की सराहना की। जि़ला कलेक्टर अरुण महेश बाबू ने स्वागत संबोधन में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग तथा राजकोट जि़ला प्रभारी मंत्री व जि़ला पंचायत अध्यक्ष द्वारा राजकोट की विभिन्न समस्याओं के निवारण के लिए आभार प्रकट किया। विभिन्न गाँवों के सरपंचों ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। विचरणशील समुदाय के अग्रणी अजयभाई सोराणी ने मुख्यमंत्री कन्या शिक्षा निधि में 51,000 रुपए का चेक मुख्यमंत्री को अर्पित किया।  
आवास प्राप्त करने वाले लाभार्थी घुमंतू जाति के लोगों ने किया मुख्यमंत्री का स्वागत
वीएसएसएम संस्था के अग्रणी मित्तल पटेल ने मुख्यमंत्री के इस अवसर पर पधारने पर ख़ुशी के साथ आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि विचरणशील जातियों को आवास के साथ-साथ पानी-बिजली मिलने से उनके जीवन में बहुत बड़ा परिवर्तन आ रहा है। अब इस जाति के लोग राज्य सरकार की विभिन्न सहायताओं के लिए योग्य हो गए हैं। कार्यक्रम में परिवहन राज्य मंत्री अरविंदभाई रैयाणी, सांसद मोहनभाई कुंडारिया व राामभाई मोकरिया, विधायक सर्वश्री कुँवरजीभाई बावळिया, गोविंदभाई पटेल, लाखाभाई सागठिया, जि़ला पंचायत अध्यक्ष  भूपतभाई बोदर, जि़ला भाजपा अध्यक्ष मनसुखभाई खाचरिया, अतिरिक्त मुख्य सचिव पंकज जोशी, पुलिस आयुक्त ख़ुर्शीद अहमद, जि़ला विकास अधिकारी देव चौधरी, रेंज आईजी संदीप कुमार, पुलिस अधीक्षक जयपालसिंह राठौड़, नगर पालिका के प्राथमिक निदेशक धीमंतकुमार व्यास, अतिरिक्त निवासी कलेक्टर के. बी. ठक्कर, अतिरिक्त कलेक्टर एन. एफ़. चौधरी व एन. आर. धाधल, प्रांत अधिकारी, अग्रणी सर्वश्री मनसुखभाई रामाणी, नागदानभाई चावडा सहित बड़ी संख्या में विचरणशील जाति के लोग उपस्थित रहे।
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