जब एक पुलिस अधिकारी के सामने नियमों का बंधन और इंसानियत का तकाजा था, जानें क्या किया?

जब एक पुलिस अधिकारी के सामने नियमों का बंधन और इंसानियत का तकाजा था, जानें क्या किया?

लोगों के सामने आया पुलिस का नया रूप, अपनी सुझबुझ से बिना नियम तोड़े एक जरुरतमंद की मदद की

अक्सर हम खाकी पहनने वालों (पुलिसवालों) के सख्त रवैये को देखते या उसके बारे में सुनते हैं। लेकिन हम ये भूल जाते हैं कि खाकी पहनने वाला भी आखिर एक ही आदमी होता है जिसके सीने में दिल और भावनाएं होती हैं। इसी बात को सिद्ध करने वाला एक मामला गुजरात के जूनागढ़ शहर में देखने को मिला जहाँ एक पुलिस वाले ने अपनी सुझबुझ से बिना नियम तोड़े एक गरीब दुकानदार की मदद की।
राज्य भर में कोरोना की दूसरी लहर ने लोगों को बेहाल कर दिया है। कोरोना के कारण लगाए गए लॉकडाउन जैसे कड़े फैसले का आम आदमी पर गहरा असर हो रहा है। ऐसे में कुछ घर के लोग परिवार के बीमार या संक्रमित सदस्य के इलाज का खर्च वहन नहीं कर पा रहे हैं। मेरा न्यूज.कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक चार दिन पहले जूनागढ़ के एक युवक ने शहर के डीवाईएसपी से अपना कारोबार शुरू करने के लिए संपर्क किया। उस समय ड्यूटी पर तैनात प्रदीपसिंह जडेजा इस युवक से मिले। कोल्डड्रिंक की दुकान चलाने वाले इस युवक ने लॉकडाउन के चलते फिलहाल बंद दुकान को दिन में 2-4 घंटे के लिए खुली रखने की अनुमति मांगी। उसने बताया कि उसके पिता की तबीयत खराब है जिनका राजकोट के अस्पताल में इलाज चल रहा था और दवा के खर्च के लिए इस दुकान के अलावा आय का कोई दूसरा जरिया नहीं है। जडेजा ने युवक की बात सुनी और बीमार पिता कोलेकर अपना दुख जताया। वो युवक की मदद करना चाहते थे पर खुद कानून के रक्षक होकर किसी नियम के खिलाफ नहीं जा सकते थे। ऐसे में जूनागढ़ में लागू  लॉकडाउन के बीच किसी एक को अनुमति देना नियम तोड़ने जैसा रहेगा। हालंकि जडेजा ने चतुराई और सुझबुझ दिखाते हुए बीच का एक रास्ता निकाला और युवक को निराश नहीं भेजा।
दरअसल जडेजा ने बीच का रास्ता निकालते हुए युवक से उसके पिता के इलाज के लिए जरुरी धनराशी के बारे में पूछा। जैसे ही युवक ने अपनी जरुरत बताई वैस एही अधिकारी ने युवक को उसकी जरूरत की रकम अपने पर्स से निकाकर युवक के हाथ में रख दिए।
हालांकि युवक को पैसे लेने में हिचकिचाहट हो रही थी लेकिन उसकी खुद की हालत और उसके बीमार पिता की हालत ने उसे मजबूर कर रखा था। पुलिस अधिकारी जडेजा ने युवक की कसमकस को समझते हुए युवक को पैसे देते हुए कहा कि जब भी तुम्हारे पास पैसे हो जायें तो वापस कर देना! जडेजा ने ना सिर्फ अपनी सुझबुझ से बिना नियम तोड़े एक जरुरतमंद की मदद की बल्कि लोगों के सामने पुलिस का नया चेहरा उजागर कर दिया।