अहमदाबाद : राज्य सरकार धोलावीरा के मूल सत्व व तत्व को बनाए रखने तथा गुजरात को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर अंकित करने को प्रतिबद्ध

अहमदाबाद : राज्य सरकार धोलावीरा के मूल सत्व व तत्व को बनाए रखने तथा गुजरात को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर अंकित करने को प्रतिबद्ध

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने 5000 वर्ष प्राचीन नगर संस्कृति की धरोहर के धनी तथा वर्ल्ड हेरिटेज साइट में स्थान प्राप्त करने वाले धोलावीरा का दौरा किया

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने हाल ही में वर्ल्ड हेरिटेज साइट में स्थान प्राप्त करने वाले प्राचीन नगर संस्कृति की विरासत के धनी धोलावीरा का रविवार को दौरा किया। मुख्यमंत्री के साथ मुख्य सचिव पंकज कुमार भी थे। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल रविवार सुबह कच्छ के धोलावीरा पहुँचे। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने मांडवी-मुंद्रा के विधायक  वीरेन्द्रसिंह जाडेजा, ज़िला कलेक्टर श्रीमती प्रवीणा, आर्कियोलॉजी विभाग के अधिकारियों, एपीएमसी-भुज के अध्यक्ष  केशूभाई पटेल, एकल माता मंदिर के महंत देवनाथ बापू और अन्य अधिकारियों के साथ धोलावीरा के विभिन्न स्थानों तथा प्राचीन नगर रचना आदि को रुचिपूर्वक निहारा। मुख्यमंत्री ने धोलावीरा में पुरातन समय में सुनियोजित नगर रचना तथा विशेष रूप से तत्कालीन वर्षा जल संग्रह एवं जल संचय व्यवस्थाओं के विषय में पुरातत्व विभाग के अधिकारियों से जानकारी भी प्राप्त की। उन्होंने धोलावीरा की प्राचीन धरोहर के अवशेषों और पुरातत्वीय वस्तुओं के संरक्षण के लिए पुरातत्व विभाग द्वारा निर्मित म्यूज़ियम का दौरा किया तथा प्रेज़ेंटेशन भी देखा। मुख्यमंत्री ने यहाँ बसने वाले जानकारों के साथ भी बातचीत की।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने विज़िट बुक में अपना प्रतिभाव दर्ज़ करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्रभाई मोदी के प्रयासों की सफलता के परिणामस्वरूप अब इस स्थल को वर्ल्ड हेरिटेज साइट में स्थान मिलने से वैश्विक स्तर पर इसका महत्व बढ़ा है। इसीलिए राज्य सरकार ने भी इस संदर्भ में इस प्राचीन विरासत का मूल सत्व एवं तत्व बनाए रखते हुए समयानुकूल विभिन्न विकास कार्यों का आयोजन शुरू किया है। उन्होंने कहा कि गुजरात सरकार गुजरात को विश्व के पर्यटन मानचित्र में अंकित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
पुरातत्व तथा संग्रहालय विभाग के पूर्व निदेशक यदुवीर सिंह रावत ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को धोलावीरा की 5000 वर्ष पुरानी इस धरोहर की विशेषताओं, संस्कृति दर्शन की अभी और रही अनेक संभावनाओं तथा पर्यटकों को मिल रही जानकारी आदि का पूरा विवरण दिया।
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