अहमदाबाद : बच्ची को जन्मजात एक ही किडनी थी, फिर ऐसे मिला नवजीवन!

अहमदाबाद : बच्ची को जन्मजात एक ही किडनी थी, फिर ऐसे मिला नवजीवन!

सिविल अस्पताल में सरकारी योजना के तहत सफल किडनी प्रत्यारोपण संपन्न हुआ

राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं को यदि प्रामाणिकता के साथ समय रहते जरूरतमंदों पर लागू किया जाए तो बेशक आश्चर्यजनक और बेहतर परिणाम आ सकते हैं। आपको बता दें कि स्कूल हेल्थ कार्यक्रम और राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत अहमदाबाद की एक 12 साल की बच्ची का किडनी प्रत्यारोपण सफलतापूर्वक संपन्न किया गया है। आज एक सामान्य परिवार की बच्ची को समय रहते मिले बेहतर इलाज के कारण नवजीवन मिला है।
मामले की मिली जानकारी के अनुसार अहमदाबाद की इंस्टीट्यूट ऑफ किडनी डिसिज़ एंड रिसर्च सेंटर में 12 साल की वृष्टि पुजारा का किडनी ट्रांसप्लांट का ऑपरेशन किया गया है। वृष्टि को जन्मजात एक ही किडनी थी जिसका उसके परिवार को पता नहीं था। बच्ची के पैरों में सोजिश होने पर जब चिकित्सक ने सोनोग्राफी करवाई तब इस बात का पता चला। पिछले कुछ समय से ये एकमात्र किडनी भी काम करना बंद कर चुकी थी। वृष्टि के परिवार के पास किडली प्रत्यारोपण का महंगा इलाज कराने का सामर्थ्य नहीं था। 
रिपोर्ट के अनुसार परिजन वृष्टि को उक्त किडनी इंस्टीट्यूट लाये और यहां सरकारी योजनाओं के तहत किडनी ट्रांसप्लांट करके बच्ची को नया जीवन देने का डॉक्टरों ने मन बनाया। माता और पिता ने अपनी किडनी देने की पेशकश भी की लेकिन वह मैच नहीं हुई। उसके बाद एक ब्रेन डेड मरीज के किडनी के दान से बच्ची का सफल ऑपरेशन किया गया और कुछ दिनों में उसे अस्पताल से छुट्टी भी दे दी जायेगी। 
वृष्टि के माता-पिता ने मीडिया को बताया कि यदि बच्चों को यदि किसी भी प्रकार की दिक्कत हो तो तुरंत उन्हें चिकित्सकों को दिखाना चाहिये और इसमें लापरवाही नहीं बरतनी चाहिये। उन्होंने किडनी इंस्टीट्यूट और सरकारी योजनाओं के प्रति अपना कृतज्ञता का भाव भी प्रकट किया।