गुजरात : निजी लेबों में कोरोना के RT-PCR रिपोर्ट आने में होने लगा विलंब, बढ़ी डिमांड कोरोना के प्रकोप की परिचायक

गुजरात : निजी लेबों में कोरोना के RT-PCR रिपोर्ट आने में होने लगा विलंब, बढ़ी डिमांड कोरोना के प्रकोप की परिचायक

अधिक से अधिक लोगों के टेस्ट के लिए आने से बढ़ा कार्यभार, राजकोट में भी स्थिति बेकाबू

गुजरात में दिन-प्रतिदिन कोरोना की स्थिति बिगड़ती जा रही है। आए दिन मरीजों की संख्या बढ्ने से और कोरोना रिपोर्ट के लिए अधिक से अधिक लोगों के सामने आने के कारण अब कोरोना की रिपोर्ट आने में भी काफी समय लग रहा है। मरीजों की संख्या बढ्ने के कारण अब निजी लेबों में RT-PCR टेस्ट की रिपोर्ट आने में 48 घंटे तक का समय लगने लगा है। 
ज़ी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, अहमदाबाद में रविवार को 1700 से अधिक RT-PCR टेस्ट बी.जे. मेडिकल कॉलेज में किए गए थे। सिविल केंपस में बनी कोविड अस्पताल तथा अन्य ग्रीन जॉन में से लिए जा रहे सैंपल की संख्या बढ़ने के कारण टेस्ट का प्रमाण बढ़ गया है। सिविल केंपस में लिए हुये सैंपल में भी पोजिटिविटी रेशियों बढ़ गया है। सिविल केंपस में से लिए गए सैंपल में से लगभग 25 प्रतिशत रिपोर्ट पॉज़िटिव आई है। इसके अलावा ग्रीन जॉन में से लिए गए सैंपल में से मात्र 6 से 8 प्रतिशत रिपोर्ट पॉज़िटिव आई है। 
बढ़ते हुये कोरोना के केसों को देखते हुये केंद्र सरकार ने भी राज्यों को अधिक से अधिक RTPCR टेस्ट करने के आदेश दिये है। जिसके चलते निजी लेबों में अब कार्यभार बढ़ गया है। हालांकि अभी भी बी.जे.मेडिकल में से अभी एक ही दिन में रिपोर्ट आ रहे है। कॉलेज के दिन डॉक्टर प्रणय शाह ने कहा की उनकी लैब 24 घंटे खुली ही है। वह रोजाना 800 टेस्ट के आसपास तो परीक्षण करते ही है। 
अहमदाबाद के अलावा राजकोट में भी कोरोना के केस बढ़ते जा रहे है। लोगों को कोरोना टेस्टिंग करवाने के लिए लंबी लंबी कतारों में खड़े रहेने की बारी आई है। हालांकि तंत्र द्वारा आश्वासन दिया है की जल्द ही टेस्टिंग बूथ की संख्या बढ़ा दी जाएगी। जिससे की यह समस्या खतम हो जाएंगी।