दुनिया का एक ऐसा महानगर जहां पेट्रोल-डीजल बचाने लोग खूब चलाते हैं साइकिल!

दुनिया का एक ऐसा महानगर जहां पेट्रोल-डीजल बचाने लोग खूब चलाते हैं साइकिल!

पिछले काफी समय से देश भर में पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों से लोग काफी परेशान है। ऐसे में यूक्रेन और रूस के बीच हो रहे युद्ध के कारण क्रूड की कीमतों में और भी इजाफ आ चुका है। जिसके चलते पेट्रोल और डीजल की कीमतों में और भी इजाफा आ सकता है। कई लोग बढ़ती हुई कीमतों से परेशान होकर इलेक्ट्रिक व्हिकल्स का इस्तेमाल करने लगे है तो कई लोगों ने साइकल पर अपना पैर फिर से रख दिया है। ऐसे में आज हम आपको एक ऐसे शहर के बारे में बताने जा रहे है जहां अभी भी 42 प्रतिशत से भी अधिक लोग हर दिन साइकल ही चलाते है। देश भर में जितनी कार आपको दिखाई देंगी उसके मुक़ाबले तकरीबन 5 गुना अधिक साइकल आपको दिखाई दे। 
हम बात कर रहे है डेनमार्क की राजधानी कोपनहेगन शहर की, इस शहर में यदि शहर के बाहर 4 से 5 किलोमीटर का अंतर भी हो तो भी अधिकतर लोग सायकल का ही इस्तेमाल करते है। शहर में 400 किलोमीटर से भी अधिक सड़क तो मात्र साइकल सवारों के लिए ही तैयार किए गए है। बता दें कि कोपन हेगन दुनिया में पर्यावरण और हवामान की दृष्टि से सबसे अनुकूल शहरों में से एक है। 
कोपनहेगन जिलेंड द्वीपपर आया हुआ है। शहर के पूर्वी हिस्से में आया ओरेसंड नाम का जल विस्तार डेनमार्क और स्वीडन को अलग करता है। कोपनहेगन का इलाका तकरीबन 24 किलोमीटर इलाके में ही फैला हुआ है। भारत में जहां एक और अधिकतर लोग कॉलेज या स्कूल के समय में ही सायकल चलाते है, वहीं कोपनहेगन में बच्चे लेकर बूढ़े सभी के पास सायकल होती है। कई लोग तो सायकल पर ही दूर-दूर तक निकल जाते है। आउटिंग में जाते वक्त वह सायकल को फ़ोल्ड कर के ले जाते है और जैसे ही सायकलिंग का मौका मिलता है वह सायकल जोड़ कर उसे चलाने लगते है। एक अनुमान के अनुसार कोपन हेगन के लोग हर दिन तकरीबन 11 लाख किलोमीटर जितना सायकल चलाते है। ऐसे में उनके द्वारा कितना ईंधन बचाया जा रहा है उसका अनुमान लगाया ही जा सकता है।
Tags: Denmark