अमेरिका के नए नियमों के बाद कनाडा जाना अधिक पसंद कर रहे हैं भारतीय लोग

अमेरिका के नए नियमों के बाद कनाडा जाना अधिक पसंद कर रहे हैं भारतीय लोग

अमेरिका में रहने वाले भारतीय भी कनाडा हुए शिफ्ट, कनाडा में अपेक्षाकृत जीवन सरल

भारतीय लोगों में विदेश और खासकर अमेरिका का बड़ा क्रेज है। बड़ी संख्या में भारतीय अमेरिकी ग्रीन कार्ड पाने का सपना देखते हैं लेकिन अब अमेरिका के नए नियमों से यह सपना काफी मुश्किल होता जा रहा है। ऐसे में संयुक्त राज्य अमेरिका में रहने वाले भारतीयों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में अब अमेरिका भारतीय लोगों की पहली पसंद ना रहते हुए लोग कनाडा की और आकर्षित हो रहे है। अमेरिका में रहने वाले कई भारतीय परिवार अब कनाडा शिफ्ट हो रहे हैं। एक आंकड़े के मुताबिक करीब 20,000 भारतीय परिवार अमेरिका से कनाडा शिफ्ट हो गए हैं।
14 साल तक संयुक्त राज्य अमेरिका में रहने वाले हैदराबाद के मूल निवासी दिनेश दासरी का कहना है, "जब से मैंने काम करना शुरू किया है, तब से मैंने एच-1बी वीजा एक्सटेंशन छह बार ले लिया है। ये काफी तनावपूर्ण है।" दसारी अब अमेरिका से कनाडा शिफ्ट हो गए है। उन्होंने कहा कि वह लंबे समय तक अमेरिका में रहे, लेकिन ग्रीन कार्ड मिलने में देरी के कारण उनका भविष्य खतरे में था। उन्होंने कहा कि ग्रीन कार्ड न होने के कारण उन्हें नौकरी बदलने में भी काफी परेशानी होती थी। उन्होंने कहा कि उन्हें मैनेजर की नौकरी नहीं मिल रही थी क्योंकि उनके पास ग्रीन कार्ड नहीं था। लोग उन्हीं पर भरोसा करते हैं जिनकी देश में रहने की गारंटी हो।
आपको बता दें कि संयुक्त राज्य अमेरिका में उच्च कुशल आप्रवासन अधिनियम 2019 के लागू होने के बाद से हजारों भारतीय परिवारों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। इस बिल में कहा गया है कि रोजगार के आधार पर ग्रीन कार्ड जारी करना अब बंद कर दिया जाएगा। वर्तमान में अमेरिका में लगभग 9 लाख भारतीय ऐसे हैं जिनके पास H-1B, L1 और H4 EAD वीजा हैं। वहीं दूसरी ओर लोगों के लिए कनाडा में प्रवेश करना बहुत आसान है। उसे ऑनलाइन आवेदन करने के एक साल के भीतर प्रवेश मिल जाता है। इसके अलावा कनाडा में अपनी इच्छा से नौकरी बदलने की भी अनुमति है।