पाकिस्तानी प्रधानमंत्री का विवादित बयान, जातीय हिंसा के लिए महिलाओं के छोटे कपड़ों को बताया जिम्मेदार

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री का विवादित बयान, जातीय हिंसा के लिए महिलाओं के छोटे कपड़ों को बताया जिम्मेदार

टीवी इंटरव्यू के दौरान पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने दिया अपना विवादित बयान, बने ट्रोल्स का शिकार

पाकिस्तान में बढ़ रही जातीय हिंसा के लिए फिर से एक बार महिलाओं को जिम्मेदार बताकर प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक विवादित बयान दिया हैं। 20 जून को हुये एक टीवी इंटरव्यू के दौरान इमरान खान ने विवादित बयान देते हुए कहा कि यदि महिला छोटे कपड़े पहन कर घूमेंगे तो पुरुषों के ऊपर उसकी असर होगी ही, क्योंकि वह रोबोट नहीं है।
इमरान खान के इस विवादित बयान के बाद लोगों ने उन्हें काफी ट्रोल किया है। बता दें कि इसके पहले भी साल की शुरुआत में उन्होंने एक टीवी इंटरव्यू के दौरान देश में बढ़ रही जातीय हिंसा के लिए पश्चिमी देशों से आ रही अश्लीलता को जिम्मेदार ठहराया था। जहां एक दर्शक के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने भी पश्चिमी देशों से आ रही अश्लीलता को ही देश में बढ़ रही जातियाँ हिंसा का कारण बताया था। खान ने कहा यदि लोग उत्तेजक दृश्य नहीं देखेंगे तो उनके अंदर जातीय उत्तेजना जागृत नहीं होगी। समाज में इसलिए ही पर्दे की शुरुआत की गई थी।
अपने इस निवेदन को सही साबित करते हुए उन्होंने कहा कि वहां डिस्कोथेक या नाइटक्लब नहीं है। वरना समाज में रह रहे तरुण और युवा वर्ग के लोग कहाँ जाएगे। जब इंटरव्यू लेने वाले ने पूछा कि क्या सच में महिला के वस्त्र ही जातीय हिंसा को आकर्षित करते हैं? जिसके जवाब में इमरान खान ने कहा कि यह आप किस समाज में रहते हो उसके ऊपर आधारित है। जहां समाज में लोगों ने यह सब ना देखा हो वहां इसकी असर पड़ेगी। पर यदि आप ऐसे समाज में पले बढ़े हो, जहां यह सब आम है तो शायद आपके ऊपर इसकी असर ना पड़े। हालांकि पीटीआई ने प्रधानमंत्री के इस बयान के बारे में बताते हुये कहा की टीवी ने अपना ध्येय हासिल करने के लिए उनके बयान को काट कर बताया है। 
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