यहां वेश्याओं ने की कोरोना वैक्सीन के लिए हड़ताल, कहा- हम भी फ्रंटलाइन वर्कर हैं!

हम प्राथमिक समूह का हिस्सा हैं क्योंकि हम हर दिन अलग-अलग लोगों से मिलते हैं और अपनी जान जोखिम में डालते हैं

दुनिया में शायद ऐसा कोई देश नहीं है जहां कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं फैला है। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए, टीका एकमात्र विकल्प है जो कुछ राहत प्रदान कर सकता है। ऐसे में कोरोना वैक्सीन की खुराक प्राप्त करना हर नागरिक के लिए आवश्यक हो जाता है।
इसी क्रम में  ब्राजील के शहर बेलो होरिज़ोंटे में वेश्याएं हफ्ते भर से धरना पर बैठ गई हैं।  उनकी मांग है कि उन्हें भी कोरोना वायरस के टीकों की प्राथमिकता सूची में शामिल किया जाए। इन महिलाओं को महामारी के दौरान कई कठिनाइयों का भी सामना करना पड़ा।
उल्लेखनीय है कि महामारी के मद्देनजर होटल बंद कर दिए गए, शहर में हजारों वेश्याओं को अपनी सेवाएं देने के लिए किराए पर मकान लेना पड़ा है। मिनासस गैरेज राज्य के  प्रॉस्टीट्यूट यूनियन के अध्यक्ष, सीडा विओया ने कहा, "हम अग्रिम पंक्ति में खड़े हैं, मैं भी फ्रन्टलाइन वर्कर हैं  और हम अर्थव्यवस्था भी चला रहे हैं। ऐसे में  हमारे ऊपर भी खतरे की तलवार लटक रही है।
उन्होंने कहा कि "हमें भी वैक्सीन की खुराक की  आवश्यकता है। जहाँ ये वेश्याएँ अपना व्यवसाय कर रही थीं, कोरोना महामारी के कारण होटल बंद था और वे उस गली के बाहर  धरने पर बैठी हैं। 
एक वेश्या ने विरोध करते हुए कहा, "हम प्राथमिक समूह का हिस्सा हैं क्योंकि हम हर दिन अलग-अलग लोगों से मिलते हैं और अपनी जान जोखिम में डालते हैं।" महिला ने कहा कि सरकार ने प्राथमिक समूह में पहले से ही स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, अध्यापकों, बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों को टीका लगाने के प्रथम समूह में शामिल किया है।  
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