लाखों खर्च करके वैक्सीन लगवाने दुबई की सैर कर रहे धन्नासेठ, जानें कारण

लाखों खर्च करके वैक्सीन लगवाने दुबई की सैर कर रहे धन्नासेठ, जानें कारण

रेसिडेंट वीजा धारक भारतीय जाकर लगवा रहे है टीका, मार्च महीने में सरकार ने दी थी अनुमति

देश भर में कोरोना की वैक्सीन लगवाने के लिए एक काफी बड़ा अभियान चलाया जा रहा है। देश के हर नागरिक को कोरोना की वैक्सीन लगाना ही सरकार का सबसे बड़ा ध्येय है। ऐसे में जानकारी सामने आई है की भारत के कुछ धनवान लोग मात्र टीका लगाने के लिए दुबई जा रहे है। जिसके लिए वह 55 लाख रुपए तक खर्च कर रहे है। 
बता दे की यूएई में 40 साल से अधिक की उम्र के लोगों को मुफ्त में टीका लगाया जा रहा है। यूएई में टीका लेने के लिए फाइजर के अलावा एस्ट्राजेनेका और सायनोफार्मा की वैक्सीन भी उपलब्ध है। पर अधिकतर भारतीय फाइजर के टीके को ज्यादा लगवा रहे है। यहीं नहीं टीके के दोनों डोज़ लगवाने के लिए वह दुबई में ही रुक रहे है। दुबई के रेसिडेंट वीजा वाले ऐसे कई भारतीय कोरोना की वैक्सीन लेने के लिए दुबई जा रहे है। मार्च में जब रेसिडेंट वीजा धारकों को वैक्सीन लेने की सहमति, उसके बाद से ही यह ट्रेंड शुरू हुआ था। कुछ लोग तो वैक्सीन के दोनों डोज़ लेने के बाद वापिस आ रहे है, तो कुछ दो बार अपनी चार्टर्ड फ्लाइट से चक्कर लगा रहे है। 
प्राप्त जानकारी के अनुसार, फाइजर का टीका लगवाने के लिए दुबई से आने जाने का खर्च 35 से 55 लाख तक का खर्च कर रहे है। अधिकतर भारतीय जिनका दुबई में रजिस्टर्ड बिजनेस है उनके पास रेसिडेंट वीजा है। एक ऐसे ही रेसिडेंट वीजा रखने वाले कोर्पोरेट मेनेजर ने कहा की वह और उसकी पत्नी 20 दिन के लिए चार्टर्ड फ्लाइट से दुबई गए थे। जहां उन्होंने टीका लगवाया था। दुबई के कुछ निजी ओपरेटर्स का कहना है की प्राइवेट जेट की बुकिंग में 15 से 20 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। जिसमें से अधिकतर दिल्ली, मुंबई और बेंगलोर से है।