दिल्ली : आर्थिक तंगी और मानसिक तनाव के चलते दो बेटियों समेत माँ ने की ख़ुदकुशी, सुसाइड नोट में लिखा ये....!

परिवार के मुखिया की सालभर पहले कोरोना से मौत हो गई थी, तभी से पूरा परिवार तनाव में था

देश की राजधानी दिल्ली में एक दुखद घटना घटी। दिल्ली के वसंत विहार में रहने वाले एक ही परिवार के 3 सदस्यों मां और दो बेटियों ने बीती रात फ्लैट को चारों तरफ से बंद कर सुलगती अंगीठी में कोई रासायनिक पदार्थ डालकर छोड़कर आत्महत्या कर लिया। तीनों की मौत दम घुटने की वजह से हुई बताई जा रही है। इस परिवार के मुखिया की सालभर पहले कोरोना से मौत हो गई थी, तभी से पूरा परिवार तनाव में था।
जानकारी के अनुसार इस फ्लैट में सीनियर सिटीजन महिला अंजू बीमारियों से ग्रसित होने की वजह से महिला बिस्तर से उठ भी नहीं पाती थी। अपनी दो 30 साल के आसपास उम्र वाली बेटियों के साथ रह रही अंजू के पति की मौत पिछले साल कोरोनाकाल के दूसरे दौर में हुई थी। इसके बाद परिवार की माली हालत बेहद खराब हो गई। इस बारे में निगम पार्षद और महिला के पड़ोसी मनीष अग्रवाल ने बताया कि फ्लैट में पहले काम करने वाली एक महिला ने बताया कि पैसे की तंगी के कारण बुजुर्ग अंजू काफी परेशान थीं। राशन के पैसे मांगने के लिए ही यह नौकरानी उनके घर पर सुबह से कई बार गई, लेकिन दरवाजा नहीं खुला। फोन भी कोई नहीं उठा रहा था। आखिरकार कामवाली ने स्थानीय लोगों को इसकी सूचना दी। फिर आसपास के लोगों ने खिड़की के जरिए फ्लैट में अंदर झांकने की कोशिश की तो उन्हें जहरीली गैस का एहसास हुआ। तुरंत इस मामले की सूचना पुलिस को दी गई।
पुलिस ने सुचना मिलने पर अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और स्थानीय लोगों की मदद से फ्लैट के दरवाजे को तोड़कर देखा गया। मृतक के कमरे में धुआं ही धुआं था। वहीं, तीन जगह अंगीठी जल रही थी और कमरे में पूरे परिवार यानी मां और दोनों बेटियों के शव पड़े हुए थे। मृतक परिवार ने मरने से पहले दीवार पर एक नोट चिपका दिया था, 'कमरे में घुसने के बाद किसी भी तरह का लाइटर या आग न जलाएं। वो नहीं चाहते थे कि कमरे में गैस की वजह से कोई हादसा ना हो जाए और किसी दूसरे को नुकसान न पहुंचे। 
पुलिस को अंदेशा है कि कमरे के अंदर गैस का सिलेंडर भी खुला हुआ था। फिलहाल तीनों शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और इस मामले की जांच कर रही है।
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