नक्सलियों द्वारा अपहृत पति को छुड़ाने जब पत्नी अपनी ढाई साल की बिटिया को लेकर बीच जंगल पहुंच गई!
By Loktej
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कहते हैं एक पत्नी अपने पति के लिए यमराज से भी लड़ जाती है सतयुग में सावित्री का सावित्री की कहानी इसका प्रत्यक्ष उदाहरण देती है। कुछ ऐसा ही सामने आया, जब एक इंजीनियर की पत्नी अपने पति को नक्सलियों से छुड़ाने के लिए जंगल में पहुंच गई। अपने पति को छुड़ाने के लिए सोनाली नाम की यह महिला अपनी ढाई साल की पुत्री के साथ ही जंगल के बीचो बीच चली गई। सोनाली की इस हिम्मत को देखकर नक्सलियों को भी दया आ गई और उन्होंने सोनाली के पति तथा उसके साथ अवैध किए गए अन्य व्यक्ति को भी छोड़ कर दोनों को दो दो हजार रुपए भी दिए।
गाली देते हुए बीजापुर के एडिशन सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस ने बताया कि अशोक पवार तथा यादव नाम के दो व्यक्तियोंट को बीजापुर जिले के कुन्नू गांव में रखा गया है। कुछ ही समय में सोनाली भी जंगल से कुन्नु आ जाएगी। दोनों व्यक्तियों को कुछ समय पहले नक्सलियों ने अपने कब्जे में ले लिया था। जिसके चलते अशोक की पत्नी सोनाली जंगल में उन्हें छुड़ाने के लिए पहुंच गई थी। सोनाली ने सबसे पहले तो नक्सलियों को उसके पति को छोड़ने के लिए वीडियो के द्वारा एक अपील भी की थी। पर नक्सलियों ने उसे देखने के बावजूद उसके पति अशोक को रिहा नहीं किया था। जिसके चलते वह स्थानीय लोगों के सहाय से जंगल में पहुंच गई थी।
जंगल में जाने के पहले सोनाली ने अपनी एक 5 साल की पुत्री को अपने परिवार जनों को सौंपा तथा अपनी अन्य ढाई साल की पुत्री को लेकर जंगल में चली गई। सोनाली की हिम्मत देखकर नक्सलियों को भी काफी आश्चर्य हुआ। खुश होकर दोनों ने 11 फरवरी को ही दोनों को छोड़ दिया और साथ ही दोनों को 2 हजार रुपए का इनाम भी दिया।
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