उत्तर प्रदेश : कांग्रेस द्वारा आयोजित मैराथन में भगदड़, कांग्रेस ने बताया बीजेपी की साजिश

उत्तर प्रदेश : कांग्रेस द्वारा आयोजित मैराथन में भगदड़, कांग्रेस ने बताया बीजेपी की साजिश

कांग्रेस के चुनावी अभियान 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं' के तहत आयोजित हुई थी महिला मैराथन

उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के चुनावी अभियान 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं' के तहत एक कांग्रेस नेता द्वारा आयोजित मैराथन में आज सुबह भगदड़ जैसी स्थिति देखने को मिली। इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में सैकड़ों महिलाएं और किशोर लड़कियां यूपी के बरेली में बिना मास्क के नजर आईं। कोविड-19 के दौरान बिना मास्क पहनी महिलाओं और लड़कियों ने लंबी दौड़ शुरू की और आगे की कुछ महिलाएं फिसल गईं और जमीन पर गिर गईं। हल्की भगदड़ के परिणामस्वरूप भाग लेने वाली कुछ लड़कियों को मामूली और बड़ी चोटें आईं।
इस मामले में कार्यक्रम का आयोजन करने वाली कांग्रेस नेता और बरेली की पूर्व मेयर सुप्रिया एरो ने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि हजारों की भीड़ में वैष्णोदेवी भी गईं। इसके बारे में क्या है? देखिए, यह बहुत मानवीय बात है। ये स्कूली छात्राएं हैं और वे कुछ देर के लिए बाहर आना चाहती थीं। लेकिन अगर किसी को किसी कारण से ठेस पहुंची है तो मैं कांग्रेस की ओर से माफी मांगता हूं।
आपको बता दें कि इस मामले को राजनितिक रूप देते हुए लखनऊ में कांग्रेस नेताओं ने इसे भाजपा राज्य सरकार की साजिश करार दिया। यूपी कांग्रेस के प्रवक्ता अशोक सिंह ने कहा, "मैराथन में कुछ लड़कियां घायल हो गई हैं, और हम अधिक जानकारी की प्रतीक्षा कर रहे हैं।" साथ ही भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए सिंह ने कहा कि यह भाजपा सरकार द्वारा रची गई साजिश है। स्थानीय जिला प्रशासन को इस बात की जानकारी थी कि मैराथन हो रही है, लेकिन उन्होंने सहयोग नहीं किया।” उन्होंने कहा कि यह स्थिति स्थानीय प्रशासन की ढिलाई का नतीजा है। "जिला प्रशासन ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से सहयोग नहीं किया और पूरी घटना भाजपा की साजिश को दर्शाती है।"
बता दें कि जल्द ही उत्तर प्रदेश में चुनाव होने वाले हैं और अब कांग्रेस महिलाओं को लुभाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। महिलाओं खिलाफ अपराध को केंद्रित करते हुए लैंगिक समानता के मुद्दे पर चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने पिछले महीने सबसे पहले 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं' चुनावी नारा दिया था। वहीं सत्ता में भाजपा ने भी राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य में महिलाओं के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 लाख से अधिक महिलाओं के बैंक खातों में 1,000 करोड़ रुपये से अधिक ट्रांसफर करने की परियोजनाएं शुरू की हैं।