लोकमत समाचार समूह के तत्वावधान में आठवां सुर ज्योत्स्ना राष्ट्रीय संगीत पुरस्कार समारोह संपन्न

लोकमत समाचार समूह के तत्वावधान में आठवां सुर ज्योत्स्ना राष्ट्रीय संगीत पुरस्कार समारोह संपन्न

मशहूर अतिथियों की उपस्थिती में 20 वर्षीय मैथिली ने मराठी तथा अन्य भाषाओं में दी मंत्रमुग्ध करने वाली प्रस्तुतियाँ

दिल्ली की ठंड में बीते गुरुवार को शास्त्रीय और लोक गायक मैथिली ठाकुर के साथ कई वाद्य यंत्र बजाने वाले लीडियन नादस्वरम के कार्यक्रम ने श्रोताओं को गर्माहट का एहसास करा दिया। 20-वर्षीय मैथिली ने मराठी लोकगीतों से शुरू कर अपनी मातृभाषा मैथिली और हिंदी में खूबसूरत प्रस्तुतियां देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया उसके बाद मंच पर आए 16-वर्षीय लीडिएन ने पियानो और ड्रम पर गजब का प्रदर्शन किया।  मैथिली ने सूफी गीत 'छाप तिलक सब छीनी' गाकर सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया तो भविष्य के एआर रहमान माने जाने वाले लीडियन ने एकसाथ दो पियानो पर अलग अलग धुन बजाकर श्रोताओं को अचंभित कर दिया। जहां एक पियानो पर राष्ट्रगान बज रहा था तो दूसरे पर 'मिले सुर मेरा तुम्हारा'।  
अवसर था लोकमत समाचार समूह द्वारा आयोजित आठवें सुर ज्योत्स्ना राष्ट्रीय संगीत पुरस्कार समारोह का। दोनों कलाकारों को केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने दिल्ली के कमानी सभागार में आयोजित एक भव्य समारोह में स्मृति चिन्ह के साथ एक-एक लाख रुपए का नकद पुरस्कार भी भेंट किया। यह पुरस्कार लोकमत समूह के चेयरमैन श्री विजय दर्डा ने अपनी पत्नी ज्योत्सना दर्डा की स्मृति में युवा प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया था।  इस बेहतरीन संगीत संध्या का समापन सरोद वादक बंधु अयान अली बंगश और अमान अली बंगश की प्रस्तुतियों से हुआ।  
इस खूबसूरत कार्यक्रम का आनंद उठाने वाले प्रमुख लोगों में सरोद वादक पद्म विभूषण उस्ताद अमजद अली खां, शास्त्रीय गायक पं साजन मिश्र, पं लक्ष्मण कृष्णराव पंडित, पद्मभूषण राजीव सेठी, केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री डॉक्टर भगवत कराड़, केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्यमंत्री रामदास अठावले, पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद प्रफुल पटेल, पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद डॉ फारूख अब्दुल्लाह, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद राजीव प्रताप रूडी, गजल गायक रूप कुमार राठौड़, सोनाली राठौड़, आचार्य लोकेश मुनि, सांसद कृपाल तुमाने, देवेंद्र सिंह भोले, भुवनेश्वर कलिता, विवेक तंखा, पूर्व राज्यपाल वीके दुग्गल, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु और उनकी पत्नी उमा प्रभु थीं।
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