जब गाँववालों ने निकाली ट्रांसफोर्मर की 'अंतिम यात्रा', ट्रेक्टर की ट्रॉली में रखकर बिजली विभाग की ऑफिस पहुंचे

जब गाँववालों ने निकाली ट्रांसफोर्मर की 'अंतिम यात्रा', ट्रेक्टर की ट्रॉली में रखकर बिजली विभाग की ऑफिस पहुंचे

हर बार कम गुणवत्ता वाले ट्रांसफोर्मर को रखने के कारण 24 घंटे तक भी ठीक तरह से नहीं उठा पाता था लोड

आम तौर पर जब घर में किसी की मृत्यु हो जाती है तो उसकी अंतिम यात्रा निकाल कर उसे विदाई दी जाती है। कुछ लोग अपने पालतू जानवरों को भी इसी तरह का प्यार देते है और भावुकता से उनकी भी अंतिम यात्रा भी निकालते है। हालांकि क्या आपने कभी किसी बिजली के ट्रांसफोर्मर की शवयात्रा को निकलते हुये देखा है। घटना मध्यप्रदेश के कटनी जिले के बहोरीबंद इलाके की है। जहां एक ट्रांसफोर्मर की मौत ने हर किसी को रुला दिया था। लोगों ने ट्रांसफोर्मर की शवयात्रा का यह वीडियो सोशल मीडिया पर भी काफी वायरल हो रही है। 
घटना के बारे में बात करते हुये कटनी जिले के पटना गाँव के किसान कमलेश तिवारी बताते है की बिजली विभाग की लापरवाही के कारण सिंचाई के लिए बिजाइ नहीं मिल पा रही है। गाँव में तकरीबन 1000 से भी अधिक लोग है और अधिकतर लोग रोजी-रोटी के लिए खेती पर निर्भर है। सबसे बड़ी समस्या है की गाँव में लगाया गया बिजली विभाग का ट्रांसफोर्मर बिजली का लोड नहीं उठा पा रहा है और कुछ ही दिनों में जल जाता है। ट्रांसफोर्मर के कारण पूरे 24 घंटे भी ठीक से बिजली की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। 
गाँव के ग्रामीणों की मांग है कि कम से कम 100 हॉर्स पावर के दो ट्रांसफोर्मर रखे जाये ताकि वे आस-पास के 40 कृषि कनेक्शनों का लोड उठा सके। गाँव वालों का कहना है कि ट्रांसफोर्मर बिगड़ने के बाद उन्हें करीब 100 किलोमीटर दूर जबलपुर जाना पड़ता है, जिसके लिए गाँव वालों को खुद के जेब से तीन हजार रुपए का किराया भी खुद कि जेब से वहन करना पड़ता है। गुस्साएं ग्रामीणों ने विरोध के तौर पर सोमवार को जबलपुर में जले हुये ट्रांसफोर्मर को ट्रेक्टर की ट्रॉली में रखकर उसकी अर्थी निकाली और गाँव से होते हुये बिजली विभाग पहुंचे। 
किसान उम्मेद पटेल कहते है विभाग द्वारा उनकी सुनवाई नहीं कि जा रही। हर बार कम क्षमता और घटिया गुणवत्ता वाला ट्रांसफोर्मर लगा दिया जाता है। इसके कारण ग्रामीण काफी परेशान है। गाँव वालों ने इस बारे में जिला कलेक्टर और अन्य जन प्रतिनिधियों को भी शिकायत कि है पर अब तक उन्हें इस बारे में कोई जवाब नहीं मिला। बिजली सप्लाई को लेकर जब ग्रामीणों ने ट्रांसफोर्मर की अंतिम यात्रा निकालने के दौरान उन्होंने सरकार और शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ प्रदर्शन भी किया।