दिवाली के मौके पर घूमने निकलना साबित हुआ प्राणघातक, चार साल के मासूम के माता-पिता की हुई दर्दनाक मौत
By Loktej
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घटना में मृत्यु को प्राप्त हुई एक महिला की कुछ ही दिनों में लगने वाली थी सरकारी नौकरी
राजस्थान के श्रीगंगानगर में पल भर में रूपराम सहारन का परिवार बिखर गया। जैसलमेर के तनोट रोड पर एक सड़क हादसे में परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गई। रूपराम के इकलौते पुत्र विशाल और उनकी एक मात्र बेटी वर्षिका के साथ उनकी बहू का एक गंभीर सड़क हादसे के दौरान स्वर्गवास हो गया। तीनों की एक साथ इस तरह से मौत के चलते परिवार में अब केवल रूपराम और उनकी पत्नी और चार साल का बच्चा बचा है। सड़क दुर्घटना में जिन लोगों की जान गई उनमें से एक अंजु का कुछ ही समय पहले ग्रेड 3 में टीचर के तौर पर चयन हुआ था और वह अपनी जॉइनिंग का इंतजार ही कर रही थी।
हादसे में मारे गए विशाल की बहन वर्षिका की छह महीने पहले ही अप्रैल में शादी हुई थी। अपने पुत्र और पुत्री की शादी करवाकर पिता रूपाराम ने अपनी सारी ज़िम्मेदारी पूर्ण कर ली पर मानो विधाता को कुछ और ही मंजूर था। सभी की एक साथ मौत की खबर के चलते कहीं उन्हें सदमा ना लग जाये, इसलिए रूपाराम को फिलहाल यही बताया गया है की उनके बेटे विशाल, बेटी वर्षिका और बहूँ रिंकू सड़क दुर्घटना में चोटिल हुये है। उनकी मौत की खबर अभी तक उन्हें बताई नहीं गई है। बता दें कि विशाल पीलीभंगा में एक स्कूल चलाते हैं। स्कूल में दिवाली की छुट्टियां चल रही थी, इसके चलते विशाल ने परिवार के साथ घूमने जाने का प्लान बनाया। सभी दीपावली के दूसरे दिन की शाम को ही जैसलमेर के लिए रवाना हो गए। छह नवंबर को उन्होंने रामदेवरा में निवेश किया था। 7 नवंबर को वे तनोट के लिए रवाना हुए। इसी दौरान यह हादसा हुआ।
हादसे में विशाल, उसकी बहन और पत्नी के अलावा विशाल के चचेरे भाई राजीव की पत्नी अंजू कि भी मृत्यु हुई थी। अंजु का हाल ही में ग्रेड-3 शिक्षक परीक्षा में चयन हुआ था। उसे कुछ दिनों में ज्वाइन करना था। राजीव और उनका परिवार बहुत खुश था। उसने सोचा था कि कुछ दिनों में परिवार के किसी सदस्य को सरकारी नौकरी मिल जाएगी। अंजू की मौत के बाद से राजीव और उनका परिवार सदमे में है। एक ही दुर्घटना में परिवार के पाँच सदस्यों की मौत के कारण पूरे गाँव में मातम छाया हुआ है। हादसे में मारे गए विशाल और उसकी पत्नी रिंकू का बेटा आर्यन महज चार साल का है। वह दादा रूपाराम और दादी के साथ गांव में था, जबकि उसके माता-पिता जैसलमेर जा रहे थे। रविवार की दुर्घटना के बाद सिर से उसके माता-पिता का साया छीन चुका है। गांव वाले भी मासूम से बालक की चिंता में है कि माता-पिता के बिना चार साल के मासूम का क्या हाल होगा।
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