मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म करने वाले आरोपी को मात्र 5 दिनों में मिली सजा, 20 साल की कड़ी कैद में भेजा

मात्र चार दिनों की सुनवाई के बाद पांचवे दिन दी गई आरोपी को सजा

पिछले कई समय से देश भर में दुष्कर्म की कई घटनाएँ सामने आती रहती है। हालांकि कई मामलों में आरोपियों को सजा मिलने में काफी समय लग जाता है। इसके चलते आरोपियों का मन और भी अधिक बढ़ जाता है। ऐसे में राजस्थान की जयपुर की एक कोर्ट ने दुष्कर्म के एक आरोपी को मात्र 4 दिन में कड़ी सजा देकर एक उदाहरण पेश किया है। कोर्ट ने दुष्कर्म के इस आरोपी को 20 साल की कड़ी सजा दी है। 
विस्तृत जानकारी के अनुसार, 26 सितंबर को जयपुर में एक 9 साल की मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया था। मामले में पुलिस ने मात्र 13 घंटो के अंदर आरोपी को हिरासत में ले लिया था। मात्र 6 घंटो में पुलिस ने कोर्ट में चार्जशीट भी दर्ज कर दी थी। जिसके बाद मात्र 28 घंटो के अंदर ही कोर्ट ने केस की सुनवाई भी कर दी थी। 
सूत्रों के अनुसार, 25 वर्षीय कमलेश ने 9 साल की मासूम को बहला-फुसलाकर एक सुमसाम जगह पर ले गया था और उसके साथ दुष्कर्म किया था। दुष्कर्म करने के बाद कमलेश ने बच्ची का गला दबाकर उसे जान से मारने की कोशिश भी की थी। जिसके कारण बच्ची बेहोश हो गई थी। बेहोश बच्ची को देखकर कमलेश ने उसे मरा हुआ मान लिया और वहाँ से भाग गया। होश में आने के बाद जब बच्ची अपने घर पर पहुंची तो उसके कपड़े पर खून के धब्बे देखकर परिवार वाले डर गए थे। इसके बाद जब उन्होंने पूछताछ की तो सारी बात सामने आई। 
पूरे मामले में पुलिस ने 150 पुलिस कर्मियों की टीम बनाकर मात्र 13 घंटो में आरोपियों को हिरासत में ले लिया था और उसे कोर्ट में पेश करने की कार्यवाही भी तेजी से पूर्ण की थी। दुष्कर्म का शिकार बनने वाली मासूम बालक अभी भी अस्पताल में है और वह अस्पताल में पेश हो सके ऐसी स्थिति में नहीं थी। ऐसे में वीडियो कोंफरेंसिंग के जरिये कोर्ट ने बच्ची का निवेदन लिया था। बच्ची का निवेदन लेने के बाद कोर्ट ने 5 अक्टूबर को आरोपी को 20 साल की सजा और साथ में दो लाख रुपए का दंड भरने का हुकम दिया था। पूरे देश में यह ऐसा पहला केस है, जब मात्र 4 दिनों के ट्रायल के बाद पांचवे दिन कोर्ट ने आरोपी को सजा दी हो। पूरी जांच प्रक्रिया में पुलिस के साथ-साथ अन्य जांच एजंसियों की भी काफी तारीफ़ की जा रही है। 

Tags: Rajasthan