अंधविश्वास पड़ा भारी, भगवान मान कर गले में लपेटकर रखा था साँप; सर्पदंश से हुई मृत्यु

अंधविश्वास पड़ा भारी, भगवान मान कर गले में लपेटकर रखा था साँप; सर्पदंश से हुई मृत्यु

घर में निकाल आया था जहरीला साँप, भगवान शिव का दूत मानकर गले में पहन लिया था

भारत में अंधविश्वास काफी मात्रा में फैला हुआ है। आए दिन अंशविश्वास कि कई कहानियाँ हमे सुनने में आती रहती है। अंधविश्वास की ऐसी ही एक और कहानी चतरा से सामने आई है। जहां जिले के हंटरगंज प्रखंड में सोमवार देर शाम एक महिला की सर्पदंश से मृत्यु हो गई थी। लोगों ने बताया कि महिला ने अपने गले में भगवान शिव का दूत मानकर एक साँप को लपेट कर रखा था। 
विस्तृत जानकारी के अनुसार, हंटरगंज प्रखंड के कर्मा पंचायात में स्थित रकशी गाँव में रहने वाली रुनीय देवी घर से तैयार होकर शिव चर्चा में जा रही थी। इसी दौरान उसके घर से एक जहरीला साँप निकल आया। रुनीय देवी ने साँप को भगवान का दूत मानकर उसे अपने गले में धारण कर लिया। इसके बाद वह साँप के साथ पुजा पाठ करने के लिए बैठ गई। भजन-कीर्तन के दौरान ही साँप ने रुनिया देवी को डस लिया। हालांकि पुजा में लिन महिला और आसपास मौजूद लोगों ने इस और ध्यान नहीं दिया। 
धीरे-धीरे जब शरीर में विष का असर बढ़ने लगा तो रुनिया देवी वहाँ बेहोश होकर गिर पड़ी। रुनिया देवी के बेहोश होते ही आसपास बैठे लोगों में हलचल मच गई। हालांकि इसके बाद भी डॉक्टर के पास ले जाने के बजाय उनके परिजन ने रुनिया देवी कि झाडफूँक शुरू कर दिया। अंधविश्वास के कारण रुनिया देवी कि जान चली गई। यदि समय रहते हुये उन्हें अस्पताल ले जाया गया होता तो सकता था कि उनकी जान बच जाती।

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