अमरनाथ के लिए जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल ने शुरू कीं ऑनलाइन सेवाएं
By Loktej
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श्रद्धालु द्वारा ऑनलाइन बुक किया जा सकेंगा पुजा, हवन और प्रसाद
श्रीनगर, 6 जुलाई (आईएएनएस)| श्री अमरनाथ जी के भक्तों को एक व्यक्तिगत अनुभव प्रदान करने के लिए, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मंगलवार को श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड की विभिन्न ऑनलाइन सेवाओं की शुरूआत की। श्राइन बोर्ड ने कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के कारण इस वर्ष श्री अमरनाथ जी की पवित्र गुफा के दर्शन करने में असमर्थ रहे लाखों श्रद्धालुओं के लिए डिजिटल माध्यम से दर्शन, हवन और प्रसाद की सुविधा शुरू की है।
श्रद्धालु अपनी पूजा, हवन और प्रसाद ऑनलाइन बुक कर सकते हैं और पवित्र गुफा में पुजारी इसे उनके नाम पर चढ़ाएंगे। प्रसाद बाद में भक्तों के घर पहुंचाया जाएगा। उपराज्यपाल सिन्हा ने कहा कि श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड की इन ऑनलाइन सेवाओं की शुरूआत के कारण अब दुनिया भर में भगवान शिव के भक्त पवित्र गुफा में होने वाली पूजा और हवन में डिजिटल माध्यम से शामिल हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि इस पहल के तहत भक्तों को ऑनलाइन प्रसाद बुकिंग सेवा भी मुहैया कराई जा रही है।
श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड श्रद्धालुओं के लिए पूजा, उनके नाम से डिजिटल हवन (दर्शन के साथ) और ऑनलाइन प्रसाद बुकिंग सहित ऑनलाइन सेवाएं मुहैया करा रहा है। इस संबंध में श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नीतीश्वर कुमार ने कहा कि मंगलवार से डिजिटल पूजा के लिए 1,100 रुपये, प्रसाद बुक कराने के लिए 1,100 रुपये (अमरनाथजी के पांच ग्राम चांदी के सिक्के के साथ), प्रसाद बुक कराने के लिए 2,100 रुपये (अमरनाथजी के 10 ग्राम चांदी के सिक्के के साथ), विशेष हवन या उपरोक्त में से किसी सेवा के संयोजन के लिए 5,100 रुपये का भुगतान करना होगा।
उन्होंने बताया कि भक्तों को जियो मीट एप्लिकेशन के माध्यम से पूजा में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी। इसके जरिए वे अपने नाम पर एक विशेष डिजिटल पूजा में शामिल हो सकेंगे और पवित्र लिंगम के दर्शन कर सकेंगे। कुमार ने कहा, हम 48 घंटे के भीतर प्रसाद भेजने के लिए डाक विभाग के साथ मिलकर व्यवस्था कर रहे हैं। कुमार ने कहा कि एक बार बुकिंग हो जाने के बाद, श्राइन बोर्ड भक्त के पंजीकृत मोबाइल नंबर/ई-मेल आईडी पर लिंक और तारीख/समय साझा करेगा।
(Disclaimer: यह खबर सीधे समाचार एजेंसी की सिंडीकेट फीड से पब्लिश हुई है। इसे लोकतेज टीम ने संपादित नहीं किया है।)
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