कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने के लिए तैयार है जामनगर, व्हाट्सएप के जरिये मिलेगी मदद
By Loktej
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ऑटो रिसपोन्स तकनीक की मदद से सामान्य लक्षण दिखने वाले लोगों को भी मिल सकेगा मार्गदर्शन
कोरोना की दूसरी लहर अभी पूरी तरह से काबू में नहीं आई है, तभी तीसरी लहर की खबर ने लोगों को परेशान कर दिया है। ऐसे में जामनगर के सेवाभाई युवकों द्वारा कोरोना के सामने की लड़ाई के लिए कमर कस ली गई है। युवको ने डॉक्टर और तकनीकी विशेषज्ञ लोगों के साथ मिलकर मोबाइल के व्हाट्सएप मेसेंजर में ही ऐसी सुविधा शुरू कारवाई है, जिससे की व्यक्ति में कोरोना के सामान्य लक्षण दिखाई देने पर भी उसे डॉक्टर और अन्य विशेषज्ञ का मार्गदर्शन मिल सके।
विस्तृत जानकारी के अनुसार, जामनगर में 50 से 60 सेवाभावी युवको ने कोरोना की दूसरी लहर के दौरान डॉक्टर और पेरामेडिकल स्टाफ के साथ-साथ हर जरूरतमंद लोगों के घर जाकर उनकी सहायता की थी। दूसरी लहर के बाद ब इन युवको ने तीसरी लहर के लिए भी तैयारी शुरू कर ली है। दूसरी लहर के दौरान लोगों को हो रही तकलीफ़ों को देखते हुये जामनगर की श्री स्वयं शक्ति पब्लिक चेरिटेबल ट्रस्ट के सेवाभावी युवकों ने जामनगर के इंडियन मेडिकल असोशिएशन के प्रमुख डॉ प्रशांत तन्ना और अन्य सेवाभावी डॉक्टरों के साथ मिलकर मंत्रणा की थी।
जिसके तहत पायलट प्रोजेक्ट तैयार किया गया। जिसमें एक तो मरीजों को उनके फोन में ही कोरोना के लक्षणों के दौरान उसके व्हाट्सएप पर ही जरूरी मार्गदर्शन मिल सके ऐसा आयोजन किया गया। इसके लिए मरीज को कुछ सामान्य जानकारी देनी रहती है, जिसके अनुसार डॉक्टर उसे सही मार्गदर्शन देते है। इसके अलावा जरूरी दवा के बारे में भी बताया जाता है। इस तरह व्हाट्सएप के जरिये 'जहां बीमार वही इलाज' का आयोजन किया गया है।
कोरोना महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए सामाजिक दूरी ही सबसे बड़ा उपाय है। पर इलाज करवाने के लिए अस्पतालों में आई भीड़ भी कभी-कभार कोरोना संक्रमण बढ्ने का कारण बनती है। ऐसे में मरीज, डॉक्टर और उनके संबंधी सभी को बिना एक साथ एकत्रित किए मरीज अपना इलाज करवा सके ऐसी व्यवस्था युवकों द्वारा की गई है। वैसे भी आजकल लोग काफी अधिक मात्रा में स्मार्टफोन यूज करते है, जिसके चलते इस तकनीक लोग अधिक से अधिक मात्रा में फायदा उठा सकते है और आसानी से घर पर बैठे बैठे सही इलाज के प्राप्त करने के साथ-साथ संक्रमण को रोकने में भी सहायक साबित हो सकते है।