#WATCH: MP Minister Prem Singh Patel speaks on deaths due to #COVID19. He says, "Nobody can stop these deaths. Everyone is talking about cooperation for protection from Corona...You said that many people are dying every day. People get old and they have to die." (14.04.2021) pic.twitter.com/os3iILZGyM
— ANI (@ANI) April 15, 2021
ऐसा कौन बोलता है; एमपी के मंत्रीजी बोले, ‘उम्र पूरी होगी तो मरना भी पड़ेगा!’
By Loktej
On
शिवराज सरकार में मंत्री प्रेम सिंह पटेल का कोरोना पर मौतों को लेकर एक शर्मनाक बयान
देश में कोरोना की दूसरी लहर ने बहुत आक्रमण मचा रहा है। प्रतिदिन सामने आने वाले मामलों की संख्या भी दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रहे है। रोजाना रिकॉर्ड तोड़ मामले सामने आ रहे हैं। देश के प्रमुख राज्यों में अस्पताल भरे हुए हैं और कोरोना संक्रमित मरीजों को पर्याप्त बेड नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण मध्य प्रदेश में भी अधिकांश अस्पताल हाउसफुल की कगार पर हैं। राज्य के कई शहरों में प्रशासन द्वारा लापरवाही के मामले भी सामने आ रहे हैं। ऐसे में मध्यप्रदेश में कोरोना के कहर के बीच सियासत भी चरम पर है। एक तरफ जहां कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है वहीं वहां के नेता विवादित एवं शर्मनाक बयान देने से पीछे नहीं हट रहे हैं। ऐसे में शिवराज सरकार में मंत्री प्रेम सिंह पटेल का कोरोना पर मौतों को लेकर एक शर्मनाक बयान सामने आया है। पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने कहा है कि लोगों की उम्र हो जाने पर मरना ही पड़ता है और उसे कोई नहीं रोक सकता है।
दरअसल जब प्रेम सिंह पटेल से प्रदेश में कोरोना से हो रही मौतों को लेकर सवाल पूछा गया था तो उन्होंने कहा कि प्रशासन ने डॉक्टर और अस्पताल की व्यवस्था की है। आगे उन्होंने कहा कि लोगों को अपनी उम्र पूरी होने पर मरना ही पड़ता है और इसे कोई नहीं रोक सकता है। हैरानी की बात ये है कि प्रेम सिंह पटेल का यह बयान तब आया है, जब प्रदेश में कई जगह अस्पतालों से मौत की खबर आ रही है। साथ ही विपक्ष शिवराज सरकार पर कोरोना से हो रही मौतों के आंकड़े छुपाने का आरोप लगा रही है।
उल्लेखनीय है कि बुधवार को जबलपुर के चौहान श्मशान घाट पर 41 लोगों का अंतिम संस्कार किया गया। लेकिन अगर सरकारी आंकड़ों की बात करें तो मात्र 5 लोगों की ही मौत हुई है लेकिन श्मशान से वायरल हो रहे वीडियो में दिखाई दे रही सच्चाई कुछ अलग ही है।
Tags: Madhya Pradesh