इस दंपति ने अपने बच्चे का नाम रखा ‘बॉर्डर’, जानिए इसके पीछे का कारण

इस दंपति ने अपने बच्चे का नाम रखा ‘बॉर्डर’, जानिए इसके पीछे का कारण

भारत पाकिस्तान सीमा पर पैदा हुआ बच्चा इसलिए नाम रखा 'बॉर्डर'

आपने आज तक अपने आसपास कई अलग और अजीब नामों वाले लोगों से उलकत की होती। हर एक अलग नाम के पीछे कोई न कोई कहानी होती है। एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहाँ एक नवजात बच्चे का नाम कुछ ऐसा रखा गया है जिसको जानकार हर कोई हैरान है। दरअसल एक पाकिस्तानी जोड़े ने अपने नवजात बच्चे का नाम 'बॉर्डर' रखा है। इस नाम के सामने आने के साथ ही यह लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। पिछले 71 दिनों से अन्य 97 पाकिस्तानी नागरिकों के साथ अटारी बोर्डेर पर फंसे हुए एक कपल में से महिला ने इस दौरान अपने बच्चे को जन्म दिया। लंबे समय तक बालकनी बॉर्डर पर फंसे रहने के कारण इस जोड़े ने अपने बच्चे का नाम 'बॉर्डर' रखा। अब यह खबर हर तरफ फैल गई है। आपको बता दें, जानकारी के मुताबिक इस बच्चे के माता-पिता का नाम निंबू बाई और बलम राम है. बच्चे के माता-पिता ने कहा, "हमने अपने बच्चे का नाम बॉर्डर रखा क्योंकि हमारे बच्चे का जन्म भारत-पाक सीमा पर हुआ है।"
आपको बता दें कि महिला 2 दिसंबर को प्रसव पीड़ा में थी। पड़ोसी पंजाब के गांवों की कुछ महिलाएं निबू बाई की मदद के लिए आईं। अन्य सहायता प्रदान करने के अलावा, स्थानीय लोगों ने प्रसव के लिए चिकित्सा सुविधाओं की भी व्यवस्था की।
अपने बारे में बलम राम ने बताया कि वह लॉकडाउन से पहले 98 अन्य नागरिकों के साथ अपने रिश्तेदारों से मिलने भारत आए थे, लेकिन आवश्यक दस्तावेजों की कमी के कारण घर नहीं लौट सके। फंसे लोगों में 47 बच्चे भी शामिल हैं। आपको बता दें कि बलम राम के अलावा उनके साथ रहने वाले एक अन्य पाकिस्तानी नागरिक ने अपने बेटे का नाम 'भारत' रखा क्योंकि उस बच्चे का जन्म 2020 में जोधपुर में हुआ था।
गौरतलब है कि पाकिस्ताकन रेंजर्स द्वारा अस्वीकार करने के कारण ये लोग भारत-पाकिस्तान सीमा पर फंसे लोग अटारी बॉर्डर पर टेंट में रहने को मजबूर हैं। ये परिवार अटारी इंटरनेशनल चेक-पोस्ट के पास पार्किंग में रहते हैं।
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