धन्वंतरी जयंती से अपभ्रंश हो कर बना धनतेरस, इस बार विशेष त्रिपुष्कर योग, मिलेगा तिगुना लाभ

धन्वंतरी जयंती से अपभ्रंश हो कर बना धनतेरस, इस बार विशेष त्रिपुष्कर योग, मिलेगा तिगुना लाभ

वस्तुत: कार्तिक कृष्ण पक्ष के त्रयोदशी तिथि को दुनिया के प्रथम वैद्य धन्वंतरी भगवान की जयंती है, इस दिन देवासुर के समुद्र मंथन से अमृत कलश लेकर भगवान धन्वंतरी प्रकट हुए थे । इस दिन कलश में सभी देवी देवताओं तथा औषधियों का आवाहन कर स्वास्थ्य की कामना की जाती है । और सभी को कलश लाने की परंपरा यही से आरंभ हुई थी जो आज कोई बर्तन या सोना चांदी की खरीदी पर सिमट कर रह गया है । आप भी कोशिश करें घर में एक कलश की स्थापना करे जो दिवाली तक स्थिर रहे और वहां अखंड दीपक भी जलाया जाए । वर्तमान में इस दिन आम प्रचलन मे खरीदारी का विशेष महत्व जाना जाने लगा है । धनतेरस से पांच दिवसीय दीपोत्सव की शुरुआत हो जाती है । इस बार धनतेरस 2 नवंबर 2021 दिन मंगलवार को है । धनतेरस के अवसर पर खरीदारी करना शुभ माना जाता है । मान्यता के अनुसार इस दिन खरीदारी करने और पूजा करने से सुख-समृद्धि और आरोग्‍य प्राप्‍त होता है । धनतेरस पर इस बार खरीदारी और पूजा-अर्चना के लिए कई शुभ और विशेष फल देने वाले मुहूर्त बन रहे हैं । 

धनतेरस पर बन रही तीन ग्रहों की युति
धनतेरस का पर्व दिवाली से दो दिन पहले कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को मनाया जाता है । इसे धन त्रयोदशी या धनवंतरी जयंती भी कहा जाता है । धनतेरस के साथ ही पांच दिवसीय दिवाली उत्सव की शुरुआत हो जाती है, जिसमें पहले धनतेरस, नरक चतुर्दशी, दिवाली, गोवर्धन पूजा और आखिर में भैया दूज का त्योहार मनाया जाता है । इस बार ये त्योहार 2 नवंबर 2021 दिन मंगलवार को मनाया जाएगा । धनतेरस पर इस बार खरीदारी और पूजा-अर्चना के लिए कई शुभ और विशेष फल देने वाले मुहूर्त बन रहे हैं । वहीं, निवेशकों के लिए विशेष योग बन रहा है ।
 धनतेरस पर इस साल त्रिपुष्कर योग बन रहा है । इस योग में जो भी कार्य करते हैं, उसका तिगुना फल प्राप्त होता है । इसलिए इस बार निवेशकों के लिए ये अच्छा मौका है । इस दिन बुरे कामों को करने से बचें । इस दिन जो भी शुभ कार्य करेंगे, उसका तीन गुना फल मिलेगा । वहीं जो जातक शेयर बाजार में निवेश करते हैं, वो इस दिन निवेश करके बड़ा लाभ अर्जित कर सकते हैं । इस दिन स्वर्ण और चांदी धातु में निवेश करना भी शुभ होगा ।
तीन ग्रह आ रहे एक साथ
वहीं धनतेरस के दिन सूर्य, मंगल और बुध ग्रह तुला राशि में गोचर करेंगे । बुध और मंगल की युति धन योग का निर्माण करती है । वहीं सूर्य-बुध की युति से बुधादित्य योग का निर्माण होगा । इस योग को राजयोग की श्रेणी में भी रखा गया है । तुला राशि के लिए राज योग बन रहा है, जो व्यापार की कारक राशि मानी जाती है । मंगल-बुध की युति को व्यापार के लिए बहुत शुभ माना जाता है । इसलिए कारोबारी इस दिन निवेश करके या नयी योजनाओं को लागू करके आने वाले समय में आर्थिक रूप से सशक्त बन सकते हैं ।
डॉ. मृत्युञ्जय तिवारी
विभागाध्यक्ष ज्योतिष
श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय चित्तौड़गढ़ राजस्थान।
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