Lol who gives idea to Dabur Fem for a Lesbian Karwa Chauth ad? Sanatani Hindus are not happy and now LGBT community slams them for Patriarchy!!!! Lol
— Vishal विशाल விஷால்???????? (@vishalkmumbai) October 23, 2021
Wokes are super idiots!!! @imalhotramohit @imohitburman @DaburIndia
डाबर फेम विज्ञापन : करवा चौथ पर इस प्रायोगिक विज्ञापन को मिल रहा है लोगों से मिश्रित प्रतिक्रिया
By Loktej
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डाबर फेम के इस विज्ञापन में 'करवा चौथ' पर फोकस करते हुए दो समलैंगिक कपल को दिखाया गया है
आज हिन्दू पंचाग के अनुसार विवाहिता स्त्रियों का एक बेहद खास दिन है। आज रविवार को हिन्दू विवाहिता करवा चौथ का व्रत मना रही है। हिन्दू धर्म में इस व्रत का अपना विशेष महत्त्व है और इसको लेकर महिलाओं द्वारा विशेष तयारी भी की गई हैं। इसी बीच डाबर फेम ने इस व्रत को ध्यान में रखते हुए एक विज्ञापन जारी किया जिसे लेकर सोशल मीडिया पर बवाल मचा हुआ है। इस विज्ञापन को लेकर ट्विटर पर जहां कुछ लोग इसका समर्थन कर रहे है तो वहीं कुछ लोग इसकी आलोचना कर रहे हैं। जानते हैं कि विज्ञापन में क्या दिखाया गया है।
आपको बता दें कि डाबर फेम के इस विज्ञापन में 'करवा चौथ' पर फोकस करते हुए दो समलैंगिक कपल को दिखाया गया है। फेम के फेस प्रोडक्ट पर बने एड में दो लड़कियां एक-दूसरे के लिए करवा चौथ का व्रत रखती हैं। विज्ञापन में दोनों लड़कियों को एक अन्य महिला द्वारा पहनने के लिए साड़ी भी दी जाती है। जिसके बाद दोनों व्रत तोड़ती हैं।
इस विज्ञापन पर कई लोगों ने LGBTQ का समर्थन किया है। वहीं कुछ लोगों ने इसकी जमकर आलोचना की है।
करवा चौथ से जुड़ी कहानी की बात करें तो लेकर पौराणिक काल से यह मान्य ता चली आ रही है कि जब पतिव्रता सती सावित्री के पति सत्यजवान को यमराज लेकर जा रहे थे तब सत्ययवान की पत्नील यमराज से अपने पति के प्राण वापस मांगने लगी। यमराज ने इस बात को नकार दिया तो सावित्री अन्नक जल त्यावगकर अपने पति के मृत शरीर के पास बैठकर विलाप करने लगी। काफी समय तक सावित्री के हठ के सामने यमराज सावित्री को टालने के लिए अनजाने में उन्हें माँ बन्ने का वरदान दिया और पतिव्रता स्त्री होने के नाते सावित्री के माँ बनने के लिए यमराज को सत्यावान को जीवित करना पड़ा और तभी से इस व्रत का चलन है।