बिजनेस और पर्यावरण में संतुलन बनाने हेतु एक जीवंत संयंत्र

बिजनेस और पर्यावरण में संतुलन बनाने हेतु एक जीवंत संयंत्र

दुनिया भर में जिंक का दूसरा सबसे बड़ा एकीकृत उत्पादक देश है भारत, रोग प्रतिरोधकता में सुधार करने में जिंक की सशक्त भूमिका को व्यापक रूप से किया गया है स्वीकार

टेक्नॉलजी और नवाचार दुनिया में तेजी से मेटल और मिनरल विकास का रूप बदल रहे हैं, और व्यापार संचालन का एक स्थायी सोल्यूशंस लाकर हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड इस परिवर्तन में सबसे आगे है। कंपनी का जल्द ही बनने वाला जिंक तटीय स्मेल्टर, एक अत्याधुनिक और पर्यावरण के अनुकूलित संयंत्र होगा, जोकि विश्व की बेहतरीन तकनीक के साथ जीरो हार्म, जीरो डिस्चार्ज और जीरो वेस्ट वाले प्लांट सुनिश्चित करेगा।
भारत जिंक का विश्व का दूसरा सबसे बड़ा एकीकृत उत्पादक है – जिंक, एक उपयुक्त नॉन-फेरस मेटल जिसे सार्वजनिक रूप से हमारे दैनिक जीवन के लिए महत्वपूर्ण "आवश्यक प्राप्त तत्व" के रूप में जाना जाता है। सौंदर्य, स्वास्थ्य, कृषि, इन्फ्रस्ट्रक्चर, ऑटो, नवीनतम ऐप्लकैशन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में मेटल के बहुत उपयोग हैं। ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रिकल और हार्डवेयर इंडस्ट्रीज़ में जिंक का मुख्य रूप से गैल्वनीकरण और डाई-कास्टिंग के लिए उपयोग किया जाता है। जिंक स्टील को जंग लगने से बचाता है और इसका उपयोग कार बॉडी, स्ट्रीट लैंप पोस्ट, सुरक्षा अवरोध और सस्पेंशन ब्रिज के लिए किया जाता है। यह मेटल संपत्तिके क्षरण से रोक कर उसे लंबी उम्र प्रदान करता है और व्यक्ति की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
भारत में कई दशक से जिंक का खनन किया जाता रहा है और हिंदुस्तान जिंक एक लीडर के रूप में अयस्क से धातु तक की यात्रा को एक स्थायी और सुरक्षित तरीके से करने की दिशा में निरन्तर प्रयासरत और प्रतिबद्ध है। कंपनी ने कार्य के निष्पादन में हमेशा अपने लोगों और समाज दोनों की सुरक्षा और हित को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। मुख्य कार्यों में से कचरे को श्रेष्ठ में रूपांतरित करना है जिसमें अनुपयोगी उत्पाद को पुन: प्रयोज्य योग्य बनाना ताकि उन उत्पादों का लाभकारी उपयोग किसी नए क्षेत्र में किया जा सकें। कंपनी की विशेष प्रतिभाओं को सड़कों के लिए पेवर ब्लॉक बनाने हेतु नवीन तरीके से कचरे का उपयोग करने के लिए अमेरिकी पेटेंट भी मिला है।अन्य वृहद क्षेत्र जहां कंपनी ने जल का इष्टतम और विवेकपूर्ण उपयोग करके एक नई सोच को बढ़ावा दिया है।
हिंदुस्तान जिंक एक सर्टिफाइड 2.41 गुना वाटर पाज़िटिव कंपनी है अर्थात पानी के डेबिट से ज्यादा उसका क्रेडिट होता है। सरल शब्दों में, पानी की निकासी से कहीं अधिक उसकी उपलब्धता होती है। एक जागरूक कदम के रूप में, अपने मौजूदा परिचलित संयंत्रों में, कंपनी शहर के सीवेज का उपचार कर, उपचारित पानी का प्रयोग प्लांट चलाने के लिए करती है जिससे शुद्ध जल खपत में भारी कमी आती है। इन सर्वोत्तम वैश्विक प्रथाओं में से प्रत्येक के पीछे कंपनी का मुख्य उद्देश्य और प्रतिबद्धता स्थानीय जरूरतों और इको सिस्टम को बाधित किए बिना परियोजना के लिए जल की आवश्यकता को पूरा करना है।
हिंदुस्तान जिंक ने न केवल पर्यावरण स्थिरता के उच्च अन्तराष्ट्रीय स्टैन्डर्ड के लिए खुद को उपयुक्त बनाया है बल्कि कई बार इन स्टैन्डर्ड को प्रतिस्थापित भी किया है। कंपनी उत्सर्जन दिशानिर्देशों के सम्बन्ध में यह आशस्वत करती है कि यह विश्व स्तर पर तथा स्वीकृत सरकारी आंकड़ों में सबसे न्यूनतम स्तर पर है। इसके पीछे कंपनी का मुख्य उद्देश्य राष्ट्र की सेवा करना और समाज और हितधारकों के हितार्थ हेतु कार्य करना और देश में लागू स्थानीय, राज्य और राष्ट्रीय कानूनों का पालन करना है। मेटल और मिनरल क्षेत्र भारतीय अर्थव्यवस्था की आधारशिलाओं में से एक है और राज्य के राजस्व, रोजगार और सामाजिक जीवन को संवृद्धि में प्रमुख योगदान देती है। बेहतर कल के लिए सतत और समग्र विकास ही जीवन का सुरक्षित मार्ग है
Tags: Business