सूरत : 878 करोड़ की लागत से बनेगा वर्ल्ड क्लास अत्याधुनिक रेलवे स्टेशन, ट्रेन के रूट बदलने की मांगी अनुमति

सूरत  :  878 करोड़ की लागत से बनेगा वर्ल्ड क्लास अत्याधुनिक रेलवे स्टेशन, ट्रेन के रूट बदलने की मांगी अनुमति

टेंडर हुआ, बहुत दिनों से जो बातें सुनी जा रही थीं, आज से शुरू हो गई हैं

सूरत के नये रेलवे स्टेशन के निर्माण की दिशा में कार्य शुरू कर दिया गया है। इमारत खड़ी करने से पहले सूरत एसटी, रेलवे डॉक सहित इलाके को कवर कर वहां से मलवा हटा लिया गया है। रेलवे डॉक को पूर्व की ओर शिफ्ट करने के साथ ही यहां प्लेटफॉर्म बनाने का प्रयास किया गया है। इतना ही नहीं सूरत के बजाय उधना रेलवे स्टेशन से ताप्तीगंगा, सूरत अमरावती समेत मेमू और  इंटरसिटी ट्रेनें चलाने की रेलवे व्यवस्था से अनुमति मांगी गई है। फिलहाल स्वीकृति नहीं मिली है, लेकिन स्वीकृति मिलते ही आधुनिक रेलवे स्टेशन का निर्माण कार्य प्रगति पर आ जायेगा। 

नया रेलवे स्टेशन बनने की दिशा में काम शुरू हुआ


सूरत रेलवे स्टेशन को अपग्रेड करने की लंबे समय से चली आ रही बात आज से शुरू हो गई है। सूरत को इंडस्ट्रियल रेलवे स्टेशन बनाने की दिशा में काम शुरू कर दिया गया है जिसमें 878 करोड़ की अनुमानित लागत से उन्नत रेलवे स्टेशन बनाया जाएगा। रेलवे के साथ-साथ नगर पालिका व सूरत एसटी की जमीन का भी रेलवे स्टेशन बनाने में उपयोग किया जाएगा।

ठेके से काम शुरू किया गया 


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ऑनलाइन माध्यम से सूरत के अध्यतन रेलवे स्टेशन के लिए खातमुर्हत पर हस्ताक्षर किए थे। रेल राज्य मंत्री दर्शनाबेन जरदोश ने भी चुनाव से पहले भाषण दिया था। अब ठेकेदार द्वारा काम शुरू कर दिया गया है। सबसे पहले रेलवे यार्ड गोदी को खाली कराया गया है, वहीं अब प्लेटफोर्म बनाने के लिए पतरे की बाड़ लगाई गई है। साथ ही अस्थाई तौर पर यहां कार्यालय बनाया जाएगा। वहीं सूरत रेलवे स्टेशन से चलने वाली ट्रेनों की रवानगी रेलवे स्टेशन का परिचालन शुरू करने से पहले शिफ्ट की जाएगी। यानी ट्रेन सूरत की बजाय उधना रेलवे स्टेशन से चलाई जाएगी। इसके लिए वेस्टर्न रेलवे ने रेल मंत्रालय से अनुमति मांगी है। लेकिन अभी स्वीकृति नहीं मिली है। मंजूरी मिलने का इंतजार है। 

सूरत रेलवे स्टेशन का काम तीन चरणों में होगा


रेल राज्य मंत्री दर्शनाबेन जरदोश ने कहा कि भारत का पहला मल्टी-मोडल ट्रांसपोर्ट हब  (एमएमटीएच)  स्टेशन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया था। इसका काम शुरू हो चुका है। 30 नवंबर को 878 करोड़ रुपए के टेंडर दिए गए हैं। काम तीन चरणों में किया जाएगा। पहले चरण में लोगों को परेशानी न हो, इसके लिए तैयारी की जा रही है।

नोट : इस समाचार के आखिरी पेरेग्राफ में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नामोल्लेख एवं रेल राज्य मंत्री श्रीमती दर्शनाबेन जरदोश के पद के उल्लेख को लेकर टाइपोग्राफिकल त्रुटि रह गई थी, जिसके संज्ञान में आते ही भुल सुधार ली गई है। हमें इस त्रुटि के लिये खेद है।  - संपादक
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