सूरत : उभराट-आभवा को जोड़ने वाला मिंढोला नदी केबल ब्रिज तीन साल में लोगों को उपलब्ध होगा
By Loktej
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नगर पालिका पर बढ़ेगा 100 करोड़ रुपए का अतिरिक्त बोझ
सूरत शहर को उभराट से जोड़ने वाले पुल की योजना लगभग 6 से 7 साल पहले बनाई गई थी। हालांकि अभी तक इस पुल का निर्माण नहीं हो सका है। चुनावी विज्ञापन का एक और उदाहरण सामने आया है। पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने स्थानीय स्वशासन चुनाव से पहले आभवा-उभराट ब्रिज को मंजूरी दी थी। अब जब विधानसभा चुनाव आ रहे हैं तो मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस पुल के लिए 200 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। यहां तक कि शहर के इस महत्वपूर्ण पुल का संचालन शुरू करने की टेंडर प्रक्रिया भी अभी तक नहीं हो पाई है।
पालिका पर बढेगा 100 करोड का बोज
साथ ही इस पुल को बनाने का ठेका देने के बाद भी 2 से 3 साल और लग सकते हैं। ड्रीम सिटी को मिंढोला नदी पुल (आभवा-उभराट) परियोजना के लिए बजट का 25 प्रतिशत देना होगा जो लगभग 100 करोड़ के आसपास। लेकिन ड्रीम सिटी ने अक्टूबर 2021 में ही वित्तीय सहायता देने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि 25% खर्च का भुगतान नहीं किया जाएगा। यानी अब नगर पालिका पर ड्रीम सिटी के 100 करोड़ रुपए का अतिरिक्त बोझ बढ़ सकता है।
पॉश इलाकों का होगा अधिक विकास
अठवा, पिपलोद, डुमस में एक तरफ तापी नदी और दूसरी तरफ समुद्र है, इन क्षेत्रों का विस्तार रुक गया है। लेकिन अब आभव-उभराट पुल के बनने से इन पॉश इलाकों का विकास होगा। लगभग 1000 हेक्टेयर सरकारी भूमि उभराट में स्थित है, जिसका मूल्य भी बढ़ेगा।
मिंढोला रिवर केबल ब्रिज 1.8 किमी . की दूरी पर होगा
मिंढोला नदी केबल ब्रिज से दूरी 1.8 किमी होगी। डुमस बिग बाजार से 11 किमी की दूरी पर स्थित है। पुल बनने के बाद आभवा से दूरी भी 11 से 12 किमी हो जाएगी। एसडी जैन स्कूल के पास 5 किमी के बाद अगर 1.8 किमी का पुल बनाया जाता है, तो 5-6 किमी की वृद्धि होगी।
6 से 7 साल पुराना प्लान, अब दोगुना हो गया खर्च
2015 के आसपास राज्य सरकार से आभवा-उभराट पुल के लिए अनुमति मांगी गई थी। उस वक्त इसकी कीमत 200 करोड़ रुपए थी। जिसमें राज्य सरकार और सूरत नगर पालिका को 50-50 प्रतिशत खर्च करना पड़ा। लेकिन अब इतने सालों के बाद लागत दोगुनी हो गई है।
राज्य सरकार ने बजट में 10 करोड़ की घोषणा की थी
वर्ष 2015-16 के राज्य बजट में भी इस पुल के निर्माण के लिए 10 करोड़ रुपये की घोषणा की गई थी। अब जब चुनाव होने जा रहे हैं तो फिर से पुल बनाने की घोषणा की गई है।2015 के आसपास आभवा-उभराट पुल के लिए राज्य सरकार से अनुमति मांगी गई थी। उस वक्त इसकी कीमत 200 करोड़ रुपए थी। जिसमें राज्य सरकार और सूरत नगर पालिका को 50-50 प्रतिशत खर्च करना पड़ा। लेकिन अब इतने सालों के बाद लागत दोगुनी हो गई है।
पुल क्यों जरूरी है?
केंद्रीय बजट में मेगा इन्वेस्टमेंट टेक्सटाइल पार्क (MITRA) योजना के तहत देश में 7 पार्क बनाने की घोषणा की गई थी। उभराट में ऐसे पार्क की संभावना ज्यादा है। वहीं नवसारी में एयरपोर्ट चर्चा में रहा।
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