अहमदाबाद से सूरत आ रही बस में आंगडिया पेढ़ी के कर्मचारियों के साथ हुई लूट के मामले में पुलिस ने मास्टरमाइंड को सूरत से हिरासत में लिए

अहमदाबाद से सूरत आ रही बस में आंगडिया पेढ़ी के कर्मचारियों के साथ हुई लूट के मामले में पुलिस ने मास्टरमाइंड को सूरत से हिरासत में लिए

सौराष्ट्र के अमरेली जिले के डीतला गांव का मूल निवासी ये मास्टरमाइंड हिरेन 2011 में रामदेव ट्रेवेल्स के नाना वराछा कार्यालय में बतौर अकाउन्टेंट काम करता था

परसो अहमदाबाद के अमरोली से सूरत आ रही निजी ट्रेवेल्स बस को बीच रास्ते में रोक कर आंगडिया पेढ़ी के कर्मचारियों से दो करोड़ रुपए से अधिक की डकैती मामले में पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए मामले के मास्टर माइंड को सूरत से गिरफ्तार कर लिया हैं। इस बारे में शहर पुलिस आयुक्त अजय तोमर ने बताया कि रामदेव ट्रेवल्स की बस में डकैती के साजिश सरथाणा एप्पल एवेन्यु अपार्टमेंट निवासी हिरेन आकोलिया (35) ने रची और उसे अंजाम दिया। बड़ी बात ये है कि सौराष्ट्र के अमरेली जिले के डीतला गांव का मूल निवासी ये मास्टरमाइंड हिरेन 2011 में रामदेव ट्रेवेल्स के नाना वराछा कार्यालय में बतौर अकाउन्टेंट काम करता था। ट्रेवेल्स के संचालक रमेश वसोया उस वेतन कम दे रहा था। इसलिए उसने नौकरी छोड़ दी थी।

करोड़ों के माल की पहले से थी जानकारी


मामले में मिली जानकारी के अनुसार मामले के मास्टरमाइंड को ये पता था कि आंगडिया पेढियों के कर्मचारी नकदी, हीरों समेत करोड़ो रुपए का सामान ले कर रामदेव ट्रेवेल्स की बस में सफर करते हैं। इसके अलावा वह सूरत व अमरेली के बस में कई बार सफर के चलते रास्ते से अच्छी तरह से वाकिफ था। उसने बिल्डिंग मटीरीयल के कमीशन एजेन्ट के तौर पर काम करना शुरू कर दिया। कोरोना काल में लॉक डाउन के चलते उसका यह कारोबार ठप हो गया। उस पर करीब ४० लाख रुपए का कर्ज हो गया। जिसे वह चुका नहीं पा रहा था।

नासिक से बुलाया था लुटेरो को


गौरतलब मास्टरमाइंड हिरेन रुपए कमाने के लिए शॉर्ट कट की तलाश में उसकी मुलाकात अहमदाबाद में रहने वाले मित्र राजू हठिला से हुई, जिसने हठिला ने बताया कि महाराष्ट्र की लूट करने वाले गिरोहों के साथ उसके संपर्क है। इस पर हिरेन ने राजू के साथ मिल कर डकैती की साजिश रची। उन्होंने महाराष्ट्र के नासिक के एक गिरोह के १६ लोगों को कामरेज बुलाया उन्हें डकैती की साजिश में शामिल किया। फिर उन्होंने डकैती का पूरा प्लान तैयार किया। उन्होंने ग्यारह जनों को अमरेली भेजा। वहां से वे हथियारों के साथ पैसेन्जर बन कर बस में सवार हो गए। छह जनें चार कारों में अहमदाबाद ग्रामीण के कोठ थानाक्षेत्र में स्थित गुंदी गांव के पास वीरान जगह पर पहुंच गए। सूरत जा रही बस जैसे ही वहां पर पहुंची।