सूरत : प्रधानमंत्री आवास में मकान नहीं मिलने के विरोध में प्रदर्शन

सूरत : प्रधानमंत्री आवास में मकान नहीं मिलने के विरोध में प्रदर्शन

सालों से मकान का इंतजार कर रहे लोगों ने किया विरोध, कहा- इंतजार करने वाले छूट गए और नए को घर मिल जाए।

30 सितंबर को सूरत में प्रधानमंत्री आवास योजना का ड्रा निकाला गया था। लेकिन इस ड्रोमा में सालों से वेटिंग लिस्ट में पड़े लोगों को अभी तक घर नहीं मिला तो महिलाओं ने अपना गुस्सा जाहिर किया। महिलाओं ने विलाप करते हुए कहा कि जो लोग वर्षों से प्रतीक्षा सूची में हैं, उन्हें पहले मकान मिलें और फिर नए मकान बनाएं।

प्रधानमंत्री आवास योजना में मकान न मिलने पर रोष


प्रधानमंत्री आवास योजना पिछले 30 सितंबर को सूरत के लिंबायत में ड्रो किया गया था। इस ड्रॉ में कुछ लोगों को घर तो मिले, लेकिन कई लोगों को घर नहीं मिला। जिन लोगों को घर नहीं मिला वे बेहद मायूस थे। उन्हें सालों से घर मिलने की आस लगी हुई है, लेकिन हर बार जब उनका नंबर ड्रॉ में नहीं आता तो मायूस हो जाते हैं। नगर निगम कार्यालय में महिला व पुरूषों ने एकत्रित होकर नगर पालिका के खिलाफ रोष जताया। नवागंतुकों को मकान मिलता है और वर्षों इंतजार करने वालों को मकान नहीं मिलता। तो कुछ महिलाएं एक तरह से रो पड़ीं।

इंतजार करने वाले वहीं होते हैं और नए लोगों को घर मिलता है


सूरत नगर निगम के अफोर्डेबल हाउसिंग सेल ऑफिस में जो ड्रॉ में शामिल नहीं थे, वे बड़ी संख्या में पहुंच गए। सरकार और नगर पालिका की नीति के खिलाफ आक्रोश था। पार्वतीबेन विंटारा ने गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि हमें न्याय चाहिए। वेटिंग में ही हमारा नाम आता है। नए फ्रेशर्स फॉर्म भरते हैं उन्हें घर मिलता है, हमने 2014 से फॉर्म भर दिया है और हर बार हाउसिंग ड्रॉ नंबर नहीं आता है, केवल वेटिंग में नाम फॉरवर्ड किया जाता है। लेकिन भवन की उम्मीद पूरी नहीं हो रही है। पहले वेटिंग 300 थी अब 2300 वेटिंग हो गई है। केवल भार बढ़ता है। लेकिन हमें घर नहीं मिलता। जिन्हें जरूरत होती है उन्हें घर नहीं मिलता । वेटिंग लिस्ट इतनी बड़ी है, फिर नए लोगों को फॉर्म देने से क्या फायदा।

पांच साल से घर पाने की आस में बैठे हैं


गीताबेन धर्मेशभाई ने नगर पालिका के अफोर्डेबल हाउसिंग सेल ऑफिस पर रोते हुए कहा कि हमने सालों से फॉर्म भरा है। हमारा नाम चार-पांच साल से वेटिंग लिस्ट में आता है। इसके अलावा उन्होंने आरोप लगाया कि हम 5 साल से वेटिंग लिस्ट में हैं लेकिन फिर भी हमें घर नहीं मिला। अगर हम सब्जी का कारोबार करते हैं तो घर में इसकी बहुत जरूरत होती है। सरकार को वेटिंग लिस्ट वालों पर ध्यान देना चाहिए। और उसके बाद ही नए फॉर्म जारी किए जाने चाहिए। वर्षों से प्रतीक्षा सूची वाले लोगों को पहले घर मिलना चाहिए और फिर नया बनाना चाहिए।

धरने में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुईं।


प्रधानमंत्री आवास में घर पाने के लिए सालों से इंतजार कर रहे लोग लेकिन इस बार भी उन्हें घर नहीं लगा। इसके बाद उन्होंने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। वे सूरत नगर निगम के अफोर्डेबल हाउसिंग सेल कार्यालय में एकत्र हुए और नारेबाजी की। महिलाओं ने भवन के लिए 'न्याय वधो, न्याय वधो' के नारों के साथ परिसर को अपने कब्जे में ले लिया।
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