सूरत : कांग्रेस के चार कार्यकर्ताओं को पासा के तहत कार्यवाही करने पर पुलिस आयुक्त को ज्ञापन

सूरत : कांग्रेस के चार कार्यकर्ताओं को पासा के तहत कार्यवाही करने पर पुलिस आयुक्त को ज्ञापन

पीएम मोदी के कार्यक्रम में काले झंडे दिखाने पर 4 कांग्रेसी कार्यकर्ता पासा की कर्यावाही का विरोध

प्रधानमंत्री नरेन्द्रभाई मोदी के कार्यक्रम के दौरान भाजपा शासकों को महंगाई, बेरोजगारी, कानून-व्यवस्था समेत अपने कार्यक्रम में फालतू खर्च कर जनता का पैसा बर्बाद करने का अधिकार नहीं है, इस प्रकार से शहर कांग्रेस की ओर से एक कार्यक्रम आयोजित कर प्रधानमंत्री को काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन किया गया था। इस मामले में भाजपा शासकों द्वारा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर गलत शिकायत दर्ज कराकर उन्हे पासा की कार्यवाही करने पर कांग्रेस नेताओं ने शहर पुलिस आयुक्त को ज्ञापन दिया।

भाजपा द्वारा गलत मानसिकता का परिचय


सूरत शहर कांग्रेस अध्यक्ष हसमुख देसाई, कांग्रेस अग्रणी हरीश सुर्यवंशी, नैषध देसाई , सुरेश सोनवणे, अशोक पिंपडे, भुपेन्द्र सोलंकी, दिप नायक, रोशन मिश्रा,  सुनाल शेख और कांग्रेस के युथ एवं महिला कार्यकर्ताओं ने पुलिस आयुक्त को ज्ञापन दिया। कांग्रेस ने ज्ञापन में कहा कि भाजपा सरकार किसी भी प्रकार से प्रजा के साथ अहित नुकसान करती है तो एक जिम्मेदार विपक्षी दल के रूप में कांग्रेस पार्टी कांग्रेस पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध करने के हमारे नैतिक अधिकार पर हमला किया गया है। भाजपा सरकार द्वारा राजनीतिक किन्नाखोरी रखकर प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की अगली रात कांग्रेसी नेताओं को उनके घर पर नजरकैद करके फिर उन्हे हिरासत में लिया गया। कांग्रेस पार्टी के कुछ नेताओं और कार्यकर्ताओं को झूठे आरोपों के बहाने से गिरफ्तार किया गया है, जो भाजपा सरकार की राजनीतिक रूप से विकृत मानसिकता के परिचय का प्रमाण है।

विरोध प्रदर्शन करने पर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं पर पासा की कार्यवाही


इस तरह हमारी कांग्रेस पार्टी के चार कार्यकर्ताओं को झूठे आरोप में पासा के तहत गिरफ्तार कर लिया गया। कांग्रेस पार्टी और कार्यकर्ताओं को डराने-धमकाने का प्रयास किया गया, भाजपा सरकार ने पुलिस व्यवस्था के माध्यम से लोकतंत्र की हत्या की और विपक्ष की आवाज को बेरहमी से दबा दिया। भाजपा शासक हिटरलशाही का प्रयोग कर रहे हैं, हम भाजपा सरकार के इस तरह के तानाशाही शासन को विपक्ष के साथ नहीं चलने देंगे। इससे पहले भी सूरत शहर युवा कांग्रेस ने सूरत नगर निगम के भाजपा शासकों के खिलाफ आरएसएस को कतारगाम में छह महीने के लिए मुफ्त भूमि का उपयोग करने की अनुमति देने का विरोध किया था, और कांग्रेस नेताओं पर दंगा करने का झूठा आरोप लगाया गया था। हम भी न्यायिक व्यवस्था में पूरी आस्था के साथ कानूनी कार्रवाई करेंगे और कांग्रेस पार्टी के साथ भाजपा सरकार के इस तरह के राजनीतिक वंशवाद और तानाशाही साम्राज्यवाद का जवाब देंगे।
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