सूरत : डिंडोली में डाटा एंट्री के नाम पर रुपये वसूलता कॉल सेंटर का पर्दाफाश

सूरत : डिंडोली में डाटा एंट्री के नाम पर रुपये वसूलता कॉल सेंटर का पर्दाफाश

6 दिनों के भीतर 95 प्रतिशत सटीकता के साथ 650 फॉर्मों का डाटा एंट्री नहीं करने पर ग्राहक से पोर्टल उपयोग के लिए 6600 वसूलते थे

डिंडोली की स्वास्तिक विला सोसायटी में डाटा एंट्री के नाम पर 6 दिनों में 21,450 का भुगतान करने की लालच देकर पोर्टल का इस्तेमाल करने, कानूनी कार्रवाई की धमकी देने, लोगों से रंगदारी वसूलते एक कॉल सेंटर का भंडाफोड़ डिंडोली पुलिस ने किया। एक साथी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर कुल रु. 3.84 लाख जब्त किए गए हैं।

ग्राहकों से रुपये वसूलनेवाले कॉल सेन्टर का पर्दाफाश


डिंडोली थाना के पो.को. दिनेश अमृत द्वारा प्राप्त सूचना के आधार पर पीएसआई के.बी. देसाई की टीम ने डिंडोली स्थित स्वास्तिक विला सोसायटी के घर नं. 170 और 171 में रहने वाले राजा प्रभाकर नंदरवार (उम्र 25) के वहां कॉल सेंटर पर छापा मारा। राजा के अलावा अतुल भानुभाई बोकड़े (उम्र 38 निवासी कल्पना सोसाइटी, गोडादरा), गौतम अशोक अमोद (उम्र 20 निवासी द्वारकेशनगर, लिंबायत), सुमीत उर्फ ​​स्मीत भगवान चौधरी (उम्र  20 निवासी कल्पना रो हाउस, सुपर सिनेमा के पास , गोडादरा) और कल्पेश भरत नाई (उम्र 22, महाप्रभुनगर, लिंबायत) को गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ के दौरान राजा नंदरवार ने राम उर्फ ​​दत्ता अंबोरीकर (रेस्ट रॉयल स्टार, डिंडोली नियर रामी पार्क सोसाइटी) के साथ मिलकर एक महीने से कॉल सेंटर चलाने की बात कबूल की। 

पार्टनर समेत पांच गिरफ्तार, 3.84 लाख की कीमत जब्त


जिसमें वे जेनक्राफ्ट सॉल्यूशन नामक पोर्टल पर ग्राहकों को फॉर्म भरने का डाटा एंट्री का काम मुहैया कराने के बहाने लोगों से रंगदारी वसूल रहे थे। जिसके लिए क्वेकरडोट कोम वेबसाईट से राम उर्फ ​​दत्ता अंबोरीकर ग्राहकों के मोबाइल नंबरों का डेटाबेस खरीदता था।
पुलिस ने 2 लैपटॉप और 23 मोबाइल फोन और रुपये नकद 2.52 लाख सहित कुल रु. 3.84 लाख का मालसामाान बरामद किए हैं।  लैपटॉप को जब्त कर चेक किया गया। जिसमें जेनक्राफ्टसोल्युशन डोट कोम वेबसाइट और पोर्टल चल रहा था जिसमें 1349 सक्रिय उपयोगकर्ता थे। घर में तलाशी के दौरान किरण वसावा, राजा नंदरवार, कुणाल नंदरवार, हितेश प्रभाकर नंदरवार, प्रभाकर महादेव नंदरवार, मितेश नंदरवार, गौतम आमोद और प्रेरणा बारापात्र के नाम से 16 बैंक पासबुक और चेक बुक और 8 क्रेडिट और डेबिट कार्ड मिले। .

छह दिनों के भीतर डाटा एन्ट्री नहीं करने पर कानूनी कार्रवाई की धमकी 


मोबाइल नंबर धारकों का ऑनलाइन डेटाबेस प्राप्त करने के बाद, वे डमी सिम कार्ड पर डेटा प्रविष्टि कार्य के लिए कॉल और संदेश करते थे। जो ग्राहक काम करने के लिए तैयार है, वह 6 दिनों के भीतर 95 प्रतिशत सटीकता के साथ 650 फॉर्म जमा करने पर 21,450 महंताना देने का लालच देते थे। यदि फॉर्म 6 दिनों के भीतर 95 प्रतिशत सटीकता के साथ नहीं किया जाता है तो कंपनी पोर्टल उपयोग शुल्क रु 6600 भरने का लालच देकर ग्राहकों को ज़ेनक्राफ्ट सोल्युशनपोर्टल पर पंजीकृत कर एक उपयोगकर्ता नाम और पासवर्ड बनाया गया। 

क्वेकर डोट कॉम से खरीद रहे ग्राहक का मोबाइल डेटाबेस


ग्राहकों को 6 दिनों के भीतर  95 प्रतिशत सटीकता के साथ, ग्राहकों को ईमेल के माध्यम से 650 फॉर्म का लिंक भेजा गया। 6 दिनों के भीतर डेटा प्रविष्टि नहीं करने पर फोन कर पूछताछ की कि काम पूरा हुआ या नहीं। काम पुरा नही करने पर पोर्टल का उपयोग करने के लिए  रुपये 6600 की मांग की गई थी। जो ग्राहक रुपये देने को तैयार होते उनक ो डमी बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर कराते थे जो इनकार करते उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की धमकी देते थे।
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